5 Dariya News

उत्तर प्रदेश : टिकट कटने की अटकलों बीच मुलायम सिंह यादव से मिले अतीक

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लखनऊ 27-Dec-2016

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से उनका पत्ता साफ किए जाने की अटकलों के बीच पूर्व सांसद अतीक अहमद ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। अटकलें लगाई जा रही हैं कि अखिलेश ने मुलायम सिंह यादव को उम्मीदवारों की जो सूची सौंपी है, उसमें अतीक का पत्ता साफ है। इसी चर्चा के बीच अतीक ने मुलायम से मुलाकात की और उसके बाद गैंगस्टर अतीक अहमद काफी जोश में दिखाई दिए।कानपुर कैंट क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अतीक अहमद और पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह के बीच काफी लंबी मुलाकात चली। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी पार्टी मे मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर थे।अतीक अहमद मुलाकात करने के बाद बाहर निकले तो मीडिया ने घेर लिया। 

इस दौरान अतीक अहमद ने कहा, "हमको तो नेता जी (मुलायम सिंह यादव) पर पूरा भरोसा है। आज भी नेताजी ने मजबूती से चुनाव लड़ने को कहा है। मैं भी समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ूंगा और जीतूंगा।"मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा व शिवपाल सिंह यादव के बीच जारी तनातनी के बीच माना जा रहा है कि अतीक अहमद के साथ ही माफिया मुख्तार अंसारी के भाई सिवगतुल्लाह अंसारी का टिकट कटना तय है। इस बीच अतीक ने पार्टी के मुखिया मुलायम से भेंट कर अपना टिकट तो फाइनल कर लिया। कानपुर कैंट सीट से सपा उम्मीदवार अतीक अहमद ने कहा, "मैं तो यह मान के आया था कि अगर पार्टी उनका टिकट काटती है तो उनके सामने अब भी निर्दलीय का विकल्प खुला हुआ है। वह तीन बार पहले भी निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी वह मुलायम सिंह यादव के साथ हमेशा खड़े रहे। 

इस बार भी अगर वह निर्दलीय चुनाव लड़ते तो भी मुलायम सिंह यादव उनके तथा वह मुलायम सिंह यादव के साथ रहते।"अतीक अहमद ने साफ तौर से कहा कि उनका मकसद केवल गैर भाजपा समर्थकों के बिखराव को रोकना है। उन्होंने कहा, "इसी वजह से मैंने भले ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया लेकिन कभी भी अलग पार्टी बनाने पर विचार नहीं किया।"बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद ने कहा कि उन पर लगे आरोप कोर्ट में साबित नहीं हुए हैं। देश का संविधान और कोर्ट उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत देता है, ऐसे में भला किसी मीडिया वाले या पार्टी वाले को मेरी छवि खराब करने का क्या मतलब बनता है। उन्होंने कहा कि वह न केवल संविधान की नजर में निर्दोष हैं, जनता भी चुनाव जिताकर उन्हें बेदाग साबित कर चुकी है।