5 Dariya News

नोटबंदी ने धनवान को और धनवान बनाया है : सीताराम येचुरी

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नई दिल्ली 08-Dec-2016

नोटबंदी को 'मानव निर्मित तबाही' करार देते हुए मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने गुरुवार को कहा कि इसने गरीबों की कीमत पर केवल धनवानों को और धनवान बनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अपने चार घोषित लक्ष्यों को हासिल करने में नाकाम रही है। एक माह पहले जब नोटबंदी की घोषणा की गई थी तो कहा गया था कि इसके निशाने पर भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद के लिए वित्तपोषण और जाली मुद्रा होंगे।येचुरी ने आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने के एक माह पूरा होने पर फेसबुक पर यह बात कही है। उन्होंने लिखा है कि इन घोषित चार लक्ष्यों में से तथ्यात्मक रूप से और अनुभवजन्य जमीनी हकीकत के नजरिए से भी सभी गलत साबित हुए हैं। मार्क्‍सवादी नेता ने कहा, "अब उन्होंने अपना लक्ष्य बदलकर डिजिटल भुगतान कर लिया है। यह ऐसा शब्द है जो आठ नवंबर को नोटबंदी से जुड़े उनके टीवी संबोधन में नहीं था। और, हमारे देश में इस बात का तभी कोई महत्व है जब यह तय कर लिया जाए कि भारतीय अर्थव्यवस्था में गरीबों और दलितों की कोई भागीदारी नहीं होगी।"

येचुरी ने कहा कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था पर विराम लगा दिया। समाज का ऐसा कोई वर्ग नहीं है जो इस तुगलकी फरमान से हुई बेचैनी, कठिनाई और कष्ट से अछूता रहा हो। केंद्र सरकार द्वारा कॉरपोरेट का कर्ज बट्टे खाते में डाल देने का उल्लेख करते हुए येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कालाधन रखने वालों को अपने अवैध धन को अतिरिक्त टैक्स देकर सफेद करने का एक और अवसर देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सहानुभूति किसके साथ है, इस बारे में यदि किसी को कोई संदेह हो तो याद कर ले कि मोदी सरकार 1.12 लाख करोड़ रुपये जो बैंकों का कर्ज नहीं लौटा है, उसे पिछले दो वर्षो में बट्टे खाते में डलवा चुकी है। उन्होंने कहा कि मोदी शासन में देश के एक प्रतिशत धनी लोगों की भारतीय संपत्ति में हिस्सेदारी 49 प्रतिशत से बढ़कर 58.4 प्रतिशत हो गई। येचुरी ने कहा, "मोदी सरकार ने गरीबों और मध्यम वर्ग की कीमत पर धनी को और धनी बनाया है। गरीब और मध्य वर्ग नोटबंदी की आफत से और कष्ट भोगने के लिए ही हैं।"