5 Dariya News

नेता प्रतिपक्ष ने एसवाईएल को लेकर भ्रामक प्रचार करने वाले कांग्रेस भाजपा नेताओं को लिया आड़े हाथों

सभी सांसदों, विधायकों व राजनीतिक दलों को जलयुद्ध में शामिल होने के लिए अभय चौटाला लिखेंगे पत्र

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चंडीगढ़ 06-Dec-2016

इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला और प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने एसवाईएल को लेकर राजनीति करने व भ्रामक प्रचार करने वाले नेताओं को आड़े हाथों लिया है। इनेलो नेताओं ने कहा कि एसवाईएल को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की संवैधानिक पीठ पहले ही अपना फैसला सुना चुकी है और अब मामले को लटकाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के साथ-साथ कांग्रेस व भाजपा के नेता मात्र मीडिया के सवालों से बचने के लिए ऐसा भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। इनेलो नेताओं ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा 15 तारीख को एसवाईएल पर सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई का बहाना बनाकर भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता नहर निर्माण में इसलिए अड़चन लगा रहे हैं कि कहीं पंजाब में कांग्रेस कमजोर न हो जाए। उन्होंने कहा कि अगर हुड्डा जैसे नेता वास्तव में हरियाणा का हित चाहते हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा देकर 23 फरवरी से शुरू होने वाले जलयुद्ध में शामिल होना चाहिए और नहर खुदाई में प्रदेश के लोगों के साथ आगे आना चाहिए।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे एसवाईएल को लेकर उनके द्वारा शुरू किए गए जलयुद्ध में शामिल होने के लिए प्रदेश के सभी सांसदों व विधायकों को पत्र लिखेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वे अपने-अपने आलाकमान पर दबाव डालकर एसवाईएल का निर्माण पूरा करवाने के लिए तुरंत कदम उठाएं और उनकी पार्टियों के पंजाब के जो नेता एसवाईएल का विरोध कर रहे हैं उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अपने-अपने आलाकमान पर दबाव डालें। 

इनेलो नेता ने कहा कि वे अपने पत्र की प्रतियां प्रदेश के सभी प्रमुख दलों के साथ-साथ राजनीतिक संगठनों को भी भेजेंगे और उनसे प्रदेश में एसवाईएल का पानी लाने के लिए 23 फरवरी को जलयुद्ध में शामिल होने का आग्रह करेंगे। इनेलो नेता ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस के नेता एसवाईएल पर अगर सोनिया गांधी को सही वस्तुस्थिति से अवगत करवाने में असमर्थ हैं तो वे उनके साथ सोनिया को समझाने के लिए भी जा सकते हैं कि एसवाईएल का पानी उनकी सास व पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी ने हरियाणा को दिया था और इस फैसले का विरोध करने वाले पंजाब के कांग्रेसियों के खिलाफ व कार्रवाई करें।इनेलो नेताओं ने पंजाब के नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब के जो राजनेता हरियाणा को एक बूंद भी पानी देने की बात करते हैं और आए दिन आंखें दिखाते हैं उन्हें हरियाणा के लोगों को कमजोर नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा के जवान देश की सीमा पर सबसे ज्यादा कुर्बानियां देते हैं और बेहद स्वाभिमानी लोग हैं। उन्हें बड़े फैसले लेने के लिए मजबूर न किया जाए क्योंकि दिल्ली व पंजाब से बाहर जाने के रास्ते सिर्फ और सिर्फ हरियाणा से होकर गुजरते हैं और हरियाणा के लोगों को अगर अपने हितों के लिए दिल्ली व पंजाब के रास्ते बंद करने जैसे फैसलों पर सोचना पड़ा तो वे ऐसे कड़े फैसले भी ले सकते हैं। 

उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री को बेहद कमजोर मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि तीन हफ्तों से सीएम एसवाईएल के मामले पर प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगने की बात कह रहे हैं लेकिन आज तक उन्हें मिलने का समय तक नहीं मिल पाया।गीता जयंती के नाम से कुरुक्षेत्र का नाम हटाए जाने की कड़ी आलोचना करते हुए इनेलो नेताओं ने कहा कि आज प्रदेश के खजाने को मुख्यमंत्री अपनी निजी छवि चमकाने के लिए लुटाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इनेलो प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने सबसे पहले गीता जयंती कुरुक्षेत्र उत्सव को शुरू करवाया था और उस समय उस कार्यक्रम में उप-राष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत से लेकर उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी तक कार्यक्रम में आए थे और हर साल इसी नाम से ही कार्यक्रम आयोजित होते थे। उन्होंने कहा कि अब सरकार द्वारा अगर एक मंदिर को सजाने के लिए 30 लाख रुपए के फूल मंगाए जा रहे हैं तो कुरुक्षेत्र के सभी मंदिरों के लिए कितने करोड़ों के फूल आएंगे और अगर पूरा साल मंदिरों को उसी तरह सजाना हो तो कितना पैसा खर्च होगा। उन्होंने इससे पहले स्वर्ण जयंती के नाम पर भी प्रदेश का 1700 करोड़ रुपए बर्बाद करने का सीएम पर आरोप लगाया।