5 Dariya News

कोई महाराजा वाहराजा नहीं हैं अमरेंदर -मनजिंदर सिंह सिरसा

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चंडीगढ़ 05-Dec-2016

महाराजाधिराज अमरेंदर सिंह की आमदन परचून के दुकानदार से भी कम है। खुद महाराजा साहब ने इसे स्वीकार भी किया है। इंगलैंड में 460 करोड़ के संसाधनों वाले ट्रस्ट के हिस्सेदार पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरेंदर ने वर्ष 2012-13 में पूरा साल सिर्फ 12 लाख रुपये की कमाई की है।सोमवार को यहां जारी एक बयान में पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल के सलाहकार और शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने यह खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि अमरेंदर सिंह की सालाना आयकर रिर्टन से तो यही लगता है कि वह कोई महाराजा वहाराजा नहीं हैं। बल्कि एक मामूली दुकानदार हैं।उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की ओर से दर्ज की गई चार्जशीट से यह बात पूरी तरह से साफ हो गई है कि अमरेंदर सिंह बरसों से इनकम टेक्स विभाग से अपनी असल आमदन छिपाते आ रहे हैं। जबकि असलियत यह है कि वह अपना पैसा स्विस और दूसरे बैंकों में जमा करवा रहे हैं। सिरसा ने कहा कि इस गड़बड़झाले के सवालों पर कोई संतोषजनक उत्तर देने की बजाए अमरेंदर ने आयकर विभाग के अधिकारियों पर ही आरोप लगाने शुरू कर दिए। 

सिरसा ने कहा कि हैरत की बात तो यह है कि अमरेंदर सिंह अपना 25 एकड़ में फैले मोती महल और सैंकड़ों की गिनती में तैनात स्टाफ का वेतन महज एक लाख रुपये महीना में कैसे अदा करते होंगे। रूटीन में देश विदेशों के सैर सपाटे पर होने वाला खर्च सो अलग। उनके पास विदेशी मेहमानों का तांता लगा रहता है। यहां तक कि उनके मोती महल के बिजली और पानी के बिल भी उनके हल्फिया बयान में दर्ज आमदन से कहीं ज्यादा हैं।उन्होंने कहा कि अमरेंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर ने भी उस दौरान अपनी सालाना आय 25 लाख रुपये दिखाई है। जबकि विदेश मंत्री होते हुए उन्हें मोटा वेतन मिलता था। अमरेंदर सिंह ने 2007-07 के दौरान अपने निजी इनकम टेक्स के रूप में 5.19 लाख और सांझा परिवार के इनकम टेक्स के रूप में 1.54 लाख अदा किए दिखाए हैं।सिरसा ने कहा कि अमरेंदर सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान पंजाब से पैसा जमा करके ना सिर्फ विदेशों में अपने खाते भरे बल्कि दुबई में एक फ्लैट भी खरीदा था। अमरेंदर को इस पैसे का हिसाब देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमरेंदर सिंह ने अपने खिलाफ दायर आयकर विभाग की चार्जशीट को बदले की कार्रवाई बता कर राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है। 

काबिलेगौर है कि अमरेंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर और पुत्र रणइंदर सिंह के खिलाफ संपत्ति के मामले की जांच यूपीए सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई थी। उस समय परनीत कौर खुद विदेश मंत्री थीं। आयकर विभाग के अधिकारियों ने दोनों माता पुत्र को उनके स्विटजरलैंड और दुबई के बैंक खातों की जानकारी देने के लिए 2011 में सहमति पत्र भरे थे। सिरसा ने कहा कि आयकर विभाग की चार्जशीट के मुताबिक अमरेंदर सिंह की इंगलैंड में 460 करोड़ की संसाधनों वाले जकरांदा ट्रस्ट और इसकी सहयोगी कंपनियों में हिस्सेदारी है। रणइंदर सिंह भी इस गोरखधंधे में हिस्सेदार है। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि अमरेंदर ने अपने दुबई वाले नौ करोड़ की कीमत के फ्लैट को फर्कस एैसेटस होल्डिंग प्राइवेट लिमेटिड के नाम पर तब्दील किया है। सिरसा ने कहा कि महाराजा इस तबादले से खुद को अनजान बताते हैं। आयकर विभाग के अधिकारियों के पास इस से संबंधित सभी दस्तावेज मौजूद हैं।