5 Dariya News

नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी ने श्री दरबार साहिब के इर्द-गिर्द की खूबसूरती को सराहा

गुरू भूमि को शत्-शत् प्रणाम -नरेंद्र मोदी , अमृतसर कल्पना का अजूबा- अशरफ गनी

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अमृतसर 03-Dec-2016

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पवित्र शहर श्री अमृतसर साहिब के दौरे के अवसर पर श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक होते हुये दरबार साहिब की परिक्रमा की। वहीं ही अकाल तख्त साहिब के आगे भी शीश झुकाया। इस अवसर पर उनके साथ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी, राज्यपाल श्री बी पी बदनौर, मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री श्री वी के सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री विजय सांपला आदि भी थे। प्रधानमंत्री ने लगभग 35 मिनट दरबार साहिब में बिताये जिस दौरान हरमंदिर साहिब ने माथा टेकने के अवसर पर उनको हैड ग्रंथी द्वारा सरोपे से नवाजा गया। वह 8.15 से 8.50 तक श्री दरबार साहिब में रहे। इस दौरान उन्होंने लंगर में सेवा भी की। उनको दरबार साहिब के सूचना केंद्र में मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल द्वारा भी श्री हरमंदिर साहिब के मॉडल से विशेष तौर पर सम्मान्नित किया गया। श्री नरेंद्र मोदी हैरीटेज स्ट्रीट में अपनी कारों के काफिले के साथ आये और उन्होंने ताजा तबदीली और विरासती स्वरूप का नजारा देखा। दरबार साहिब के भीतर परिक्रमा के दौरान उनके चेहरे पर प्रसन्नता झलक रही थी। अपने इस दौरे को आलौकिक तथा आत्मिक बताते हुये श्री मोदी ने दरबार साहिब की विजटर बुक में ‘गुरू भूमि को शत्-शत् प्रणाम’ लिख कर अपनी अंतरिव श्रद्धा व्यक्त की। 

अफगानिस्तान के  राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पहली बार श्री दरबार साहिब के दर्शन करते हुये अपने इस दौरे को ऐतिहासिक करार दिया और अमृतसर की खूबसूरती की भरपूर तारीफ की। उन्होंने विजिटर बुॅक में ‘द वंडर ऑफ इमेजीनेशन’ का इंद्राज किया। इस दौरे के अवसर पर मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री और अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं को पंजाबी संस्कृति तथा धार्मिक विरसे से अवगत् करवाया और बताया कि किस प्रकार पंजाब सरकार के प्रयासों स्वरूप विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान वाले इस पवित्र शहर को खूब सूरत विरासती स्वरूप प्रदान करने के उन्होंने दिन-रात मेहनत की। उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने बताया कि श्री दरबार साहिब की तरफ को आती हैरीटेज स्ट्रीट का स्वरूप संवारने के लिए 160 करोड़ रुपये की लागत के साथ आस-पास वाली सभी 170 ईमारतों को पुरातन स्वरूप दिया गया है। इस रास्ते की बदली नुहार पंजाब के कला और विरासत की गवाही स्वयं भरती है और शहर का प्रसिद्ध फ व्वारा चौंक जहां कभी इंग्लैंड की रानी विकटोरिया की प्रतिमा अंग्रेज सरकार द्वारा लगाई गई थी। वहां अब शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा स्थापित की गई है जिनका राज धर्म निरपेक्षता, भाईचारक सांझ तथा विकास का गवाह है। उन्होंने कहा कि इस हैरीटेज स्ट्रीट में घूमने के बाद आपको 18वीं सदी की याद आ जाती है। इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त राज्यसभा सदस्य श्वेत मल्लिक, पंजाब के कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव के जे एस चीमा, उपमुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पी एस औजला, विशेष प्रधान सचिव राहुल तिवाड़ी, पुलिस आयुक्त लोकनाथ आंगरा और आई जी कुंवर विजय प्रताप, एस जी पी सी के सचिव अमरजीत सिंह चावला, मुख्य सचिव हरचरन सिंह आदि उपस्थित थे।