5 Dariya News

प्रधानमंत्री बताएं, पूर्वाचल के लिए क्या किया : मायावती

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लखनऊ 14-Nov-2016

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सोमवार को गाजीपुर में हुई उनकी रैली को पूरी तरफ से 'फ्लॉप' करार दिया और कहा कि 'प्रधानमंत्री यह बताएं कि ढाई वर्षो के कार्यकाल में पूर्वाचल की जनता के लिए उन्होंने क्या किया है। मायावती ने लखनऊ में पत्रकार वार्ता में कहा कि मोदी की रैली में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया। लोगों को पैसे देकर रैली में लाया गया। यही नहीं, पूरे पूर्वाचल से लोगों को वहां एकत्र करने का प्रयास किया गया था। रेलगाड़ियों को फ्री कर दिया गया, फिर भी ज्यादा लोग नहीं जुटे।मायावती ने कहा कि तमाम कोशिशों के बाद भी प्रधानमंत्री की गाजीपुर रैली में केवल 20 से 25 हजार लोग ही आ पाए। सही मायने में उनकी रैली फ्लॉप हुई है। मायावती ने कहा, "मोदी ने गाजीपुर की रैली में अपने पूरे भाषण के दौरान जो कहा है, वह पूरी तरह से भ्रामक व बकवास है। उप्र के विकास के बारे में उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। उप्र की जनता ने राज्य के विकास के लिए ही उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनाया है।" बसपा प्रमुख ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने कई तरह के चुनावी वादे किए थे। उन्होंने वादा किया था कि जब केंद्र में भाजपा की सरकार बन जाएगी, तब सरकार बनने के दो दिनों के भीतर विदेशों में जमा कालाधन वापस लाकर हर गरीब परिवार के हर सदस्य के खाते में 15 से 20 लाख रुपये उनके खाते में जमा कराएंगे। 

मायावती ने कहा कि बसपा हमेशा से कालेधन के खिलाफ रही है और इसको लेकर उठाए गए कदमों का समर्थन करती रही है। लेकिन अभी जो हालात हैं, वह केंद्र सरकार की अपरिपक्व नीति का नतीजा है।उन्होंने कहा, "मोदी की सरकार कालाधन या भ्रष्टाचार पर ब्रेक लगाने का दावा कर रही है और इधर आम जनता कई दिनों से खुले आसमान के नीचे खड़ी है।" मायावती ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचारी ललित मोदी और विजय माल्या को भगाकर उनका कालाधन सफेद करा दिया। उनका कालाधन वापस नहीं आया, लेकिन 500 व 1000 रुपये पर पाबंदी लगाकर गरीबों एवं लाचारों को भारी मुसीबत में डाल दिया है।मायावती ने कहा कि नोटबंदी की वजह से देश में 'भारत बंद' जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इससे लोगों को काफी परेशानियांे का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र की भाजपा सरकार को जनमानस को प्रभावित करने वाला फैसला इतने अपरिपक्व तरीके से लेने और इतनी जल्दबाजी करने की क्या जरूरत थी।मायावती ने कहा, "प्रधानमंत्री कहते हैं कि पिछले 10 महीने से इसकी तैयारी चल रही थी, फिर इतनी आपाधापी क्यों हो रही है? तैयारी थी तो लोगों को इतनी परेशानी क्यों हो रही है। पिछले 10 महीनों से जो नोट छापे गए वे कहां हैं? बैंकों में नोटों की किल्लत क्यों है? ये सब बहाना बना रहे हैं।" मायावती ने कहा कि ढाई वर्ष के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। वह बताएं कि ढाई वर्षो के कार्यकाल में उन्होंने उप्र में पूर्वाचल के विकास के लिए क्या-क्या काम किए हैं।