5 Dariya News

भोपाल मुठभेड़ की न्यायिक जांच हो : माकपा

5 Dariya News

नई दिल्ली 01-Nov-2016

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को भोपाल में सिमी से जुड़े 8 विचाराधीन कैदियों को मुठभेड़ में मार गिराने की न्यायिक जांच की मांग की। पार्टी ने कहा कि पुलिस के साथ मुठभेड़ की प्रामाणिकता को लेकर भारी संदेह है। माकपा ने एक बयान जारी कर कहा कि जेल से भागने के बाद सोमवार को मुठभेड़ में मारे गए आठ लोग विचाराधीन कैदी थे, जिनके दोष अभी सिद्ध नहीं हुए थे। तब उन्हें कैसे मार डाला गया?बयान में कहा गया, "उच्च सुरक्षा वाली जेल से अपराधी कैसे भाग सकते हैं? यह वकया गंभीर सवाल खड़े करता है।"पार्टी ने कहा, "मध्यप्रदेश सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि यह कैसे हुआ।"पार्टी के बयान में कहा गया, "मध्यप्रदेश पुलिस दावा करती है कि आरोपियों की तब गोली मारकर हत्या की गई जब इन हथियारबंद लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमले किए, जिसका राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने खंडन किया है।

"माकपा ने कहा, "ये लोग जब जेल में हथियार प्राप्त कर सकते हैं, तो भागने के लिए पहले से किसी गाड़ी का इंतजाम करने में कैसे असफल रहे।"बयान में कहा गया, "घटना से संबधित वीडियो क्लिप दर्शाता है कि पुलिसकर्मी जमीन पर पड़े एक भगोड़े को गोली मार रहे हैं। एक अन्य फुटेज में भगोड़े पुलिस कर्मियों की ओर हाथ हिलाते दिख रहे हैं, शायद यह संकेत देता है कि वे आत्मसमर्पण करना चाहते हैं।""ये सभी पुलिस के दावों की प्रमाणिकता के बारे में संदेह उत्पन्न करते हैं।"माकपा ने इन शंकाओं के आलोक में पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच के लिए किसी वर्तमान न्यायाधीश के नेतृत्व में न्यायिक आयोग के गठन की मांग की।माकपा ने कहा, "मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराई जाएगी। इस तरह की एक जांच न तो विश्वसनीय होगी और न ही स्वीकार्य होगी।"