5 Dariya News

सिद्धु पर दांव लगाने को तड़प रहे हैं आप और कांग्रेस- महेश इंदर सिंह ग्रेवाल

5 Dariya News

चंडीगढ़ 28-Oct-2016

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पिछले एक महीने से नवजोत सिंह सिद्धु को पटाने में जुटे हैं। दोनों ही दल सिद्धु से कुछ ज्यादा ही बड़ी उममीदें लगाए बैठे हैं। गोया सिद्धु ही दोनों की नैय्या पार लगा सकते हैं। मगर सिद्धु है कि मानते नहीं।पंजाब के मुखयमंत्री प्रकाश सिंह बादल के राजनीतिक  सलाहकार महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सिद्धु और आवाज-ए-पंजाब को लेकर इतनी बैचेनी पर हैरानी जताई है। मजे की बात तो यह है कि यह बैचेनी 130 साल पुरानी कांग्रेस और जुममा जुममा चंद दिनों पहले वजूद में आई आम आदमी पार्टी दोनों में बराबर की है। कल तक पंजाब सरकार की तारीफों के पुल बांधने वाले सिद्धु ने अपना रास्ता बदल कर पंजाब के मुखयमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुखयमंत्री सुखबीर बादल के खिलाफ ही मोरचा खोल लिया है। आज उनका एक मात्र मकसद कांग्रेस या आम आदमी पार्टी में अपनी पत्नी को उपमुखयमंत्री बनवाने भर तक का रह गया है।ग्रेवाल ने कहा कि सिद्धु ने आज तक पंजाब के विकास और पंजाबियों के कल्याण का कोई भी रोड मैप पेश नहीं किया। 

अपनी पत्नी के लिए उपुखयमंत्री पद की शर्त के अलावा उन्होंने कांग्रेस या आप के साथ राज्य के किसानों और उद्योगों और व्यवसायियों के लिए एक भी मुद्दे की शर्त नहीं रखी। सिद्धु की इन शर्तों ने उनके तथाकथित पंजाब प्रेम की पोल खोल कर रख दी है। ग्रेवाल ने कहा कि सिद्धु को लेकर सबसे ज्यादा बेचैनी कांग्रेस और आप के खेमों में है। एक तरफ प्रियंका गांधी अपने सियासी पथ प्रदर्शक गुलाम नबी आजाद के जरिए सिद्धु के संपर्क में है तो दूसरी तरफ आप लीडरशिप दुर्गेश पाठक के माध्यम से सिद्धु से प्यार की पींगें बढ़ा रहा है।उन्होंने कहा कि कल तक सिद्धु के पिता को कांग्रेसी बताने वाले कैप्टन अमरेंदर सिंह अगर कांग्रेस में सिद्धु का स्वागत करें तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। कल तक आवाज-ए-पंजाब को तांगा पार्टी और जोकर कहने वाले कैप्टन आज सिद्धु को गले मिलने के लिए छटपटा रहे हैं। मजे की बात यह है कि दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी लीडरशिप को खारिज करने वाले सिद्धु आप के साथ हाथ मिलाने की कोशिश कर रहे हैं।