5 Dariya News

सपा संग्राम : सपा कार्यालय पर महाबैठक, मुलायम ले सकते हैं कड़ा फैसला !

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लखनऊ 23-Oct-2016

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को पार्टी कार्यालय पर एक महाबैठक बुलाई है। वह 40 वर्ष से ज्यादा लंबे सियासी सफर की अब तक की सबसे बड़ी चुनौती से जूझ रहे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को अपनी ताकत दिखा दी लेकिन अब मुलायम आज अपने विधायकों के साथ बैठक कर बड़े सियासी फैसले का ऐलान कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, ऐसी संभावना है कि मुलायम को सपा विधानमंडल दल का नेता चुने जाने की पहल भी हो सकती है।सूत्रों ने बताया कि शिवपाल, अमर सिंह के अलावा कई ताकतवर पुराने समाजवादी चाहते हैं कि मुलायम अखिलेश की जगह लें। उनका आरोप है कि अखिलेश ने चुनावों में अकेले जाने का मन बनाया है और एक पंचलाइन भी तैयार कर ली है, 'मेरा परिवार उत्तर प्रदेश है।' 

मुलायम के समर्थकों का दावा है कि अखिलेश गुट ने मुलायम व शिवपाल की तस्वीरों के बिना पोस्टर्स और होडिर्ग्स भी बनवा लिए हैं।इससे पूर्व अखिलेश द्वारा चार मंत्रियों को बर्खास्त करने, अमर सिंह व गायत्री को निशाने पर लेने के बाद रविवार को जब हालात बेकाबू हो गए तो मुलायम को अपने चचेरे भाई रामगोपाल यादव को ही पार्टी से निकालने का फैसला लेना पड़ा। रविवार देर शाम मुलायम सिंह ने मंत्री पद गवाने वाले व अपने छोटे भाई शिवपाल यादव को अपने आवास पर बुलाया और उनसे अखिलेश की बैठक में आने वाले विधायकों पर चर्चा की और भरोसा दिलाया कि सभी विधायक सोमवार को पार्टी दफ्तर में रहेंगे। 

उन्होने दिनभर चले घटनाक्रम व अखिलेश यादव के फैसलों से उपजे हालात पर चर्चा की। इसके बाद मुलायम ने शिवपाल, नारद राय, ओम प्रकाश सिंह, शादाब फातिमा, अंबिका चौधरी व आशुमलिक मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने रजत जयंती समारोह की तैयारियों के सिलसिले में गायत्री से लंबी चर्चा की।इससे पहले सुबह मुलायम सिंह यादव ने बेनी प्रसाद वर्मा, किरनमय नंदा, रेवती रमण सिंह व नरेश अग्रवाल के साथ चर्चा की।मुलायम के हवाले से सूत्रों ने बताया, "डेढ़ साल हो गया लेकिन इस बीच अखिलेश ने कभी उनसे गंभीर विषयों पर चर्चा नहीं की। उन्होंने खून-पसीने से इस पार्टी को सींचा है।"