5 Dariya News

भारत की विविधता के खिलाफ मोदी सरकार : योगेंद्र यादव

5 Dariya News

नई दिल्ली 14-Oct-2016

नरेंद्र मोदी सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों और विविधता के लिए सबसे बड़ी चुनौती होने का आरोप लगाते हुए सबसे नई राजनीतिक पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि मौजूदा सभी राजनीतिक पार्टियों ने देश को निराश किया है। अधिवक्ता प्रशांत भूषण और उनके द्वारा बनाई गई नई राजनीतिक पार्टी, स्वराज इंडिया के पीछे का तर्क समझाते हुए यादव ने आईएएनएस से कहा, "भारतीय विचार की हिफाजत के लिए देश को एक नई पार्टी चाहिए।"उन्होंने कहा, "हमारे देश की स्थापना मौलिक सिद्धान्तों पर हुई है -एक लोकतंत्र जिसमें प्रत्येक नागरिक की एक आवाज हो सकती है, विविधता और विकास, जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक की भलाई करता है।"

यादव ने कहा, "मोदी सरकार इन मूल्यों की बड़ी चुनौतियों का प्रतिनिधित्व करती है, लेकिन कांग्रेस और अन्य पार्टियां एक सही विकल्प नहीं बन पाई हैं। यहीं वजह है कि हमें स्वराज इंडिया चाहिए।"जब उनसे पूछा गया कि गत दो अक्टूबर को बनी स्वराज इंडिया कहीं आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ निर्देशित तो नहीं है? इस पर यादव ने कहा, "हमारी पार्टी किसी एक पार्टी के खिलाफ नहीं है। अगर ऐसा कुछ है तो हम राजनीतिक प्रतिष्ठान के खिलाफ हैं।"उन्होंने कहा, "जब से स्वराज अभियान का गठन हुआ (18 महीने पहले), हमारी 10 प्रतिशत से भी कम ऊर्जा आप और उसकी दिल्ली सरकार के खिलाफ खर्च हुई है।"

अरविंद केजरीवाल के साथ मतभेद होने पर कुछ अन्य नेताओं के साथ आप से निकाले गए योगेंद्र यादव ने कहा कि वह आप को अपने क्षितिज पर प्रमुखता से नहीं देखते हैं। "हम नई दृष्टि, नई भावी नीति और नई विचारधारा के लिए हैं।"चुनाव विशेषज्ञ, यादव ने कहा कि नए राजनीतिक संगठन को समाजवादियों, साम्यवादियों, गांधीवादियों, अम्बेडकरवादियों और नारीवादियों से विचारधारा के खजाने विरासत में मिले हैं। उन्होंने कहा, "हम उन सभी से सीखना चाहेंगे, तुच्छ विवादों पर अपनी उर्जा जाया किए बिना हम अपनी सकारात्मक विरासत कायम करना चाहते हैं। हम किसी एक पुस्तक, किसी एक विचारक या एक वाद की पूजा नहीं करते हैं। 

हमारे लिए शुरुआती बिन्दु हमारे संविधान में अंतर्निहित सिद्धान्त हैं।"दिल्ली में आप की सरकार पर टिप्पणी करते हुए यादव ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी का बुरा हाल है। लेकिन अकेले आप को दोष नहीं दिया जा सकता है।उन्होंने कहा, "नगर निगमें भाजपा शासित हैं। दिल्ली सरकार आप शासित है और उपराज्यपाल केंद्र से नियंत्रित हैं। दिल्ली की बुरी स्थिति के लिए सभी को बराबर का दोषी माना जाना चाहिए।"यादव ने कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए स्वराज इंडिया पहली राजनीतिक पार्टी होगी, जो खुद को सूचना के अधिकार के तहत रखेगी।उन्होंने आईएएनएस से कहा, "अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति को छोड़कर हमने फैसला किया है कि अपने विधायकों के खिलाफ ह्विप का इस्तेमाल नहीं करेंगे। हम व्यक्तित्व उपासना से दूर रहना चाहते हैं।"यादव ने कहा कि स्वराज इंडिया के चुनिंदा और सिद्धान्त आधारित चुनावी हस्तक्षेप होंगे। "हम प्रत्येक चुनाव हर जगह नहीं लड़ने जा रहे हैं। हम चुनाव जीतने के लिए हर तरह के साधन का इस्तेमाल नहीं करने जा रहे हैं।"