5 Dariya News

पंजाब सरकार द्वारा पहली अक्तूबर से धान की खरीद के लिए सभी प्रबंध सम्पूर्ण

160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य- आदेश प्रताप सिंह कैरो

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चंडीगढ़ 29-Sep-2016

पंजाब के खाद्य व सिविल आपूर्ति मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरो ने राज्य की  सभी खरीद एजेंसियों के मुखी विशेषकर पंजाब क्षेत्र भारतीय खाद्य निगम के जनरल मैनेजर को पहली अक्तूबर से राज्य में धान की शुरू होने जा रही खरीद प्रबंधों की स्वयं निगरानी करने और सभी एजेंसियां को अलाट  किए धान की खरीद क ी  तेजी से  उठाई को भी यकीनी बनाने के लिए कहा।इस वर्ष 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राज्यभर में 1830 खरीद केन्द्र बनाए गए हैं इन सभी केन्द्रों में पनग्रेन 24 फीसदी, पनसप 23 फीसदी, मार्कफैड 23 फीसदी, एग्रो 10 फीसदी, भारतीय खाद्य निगम 12 फीसदी, पंजाब राज्य गोदाम निगम 08 फीसदी धान की खरीद  करेंगी। राज्य में 2016-17 खरीफ के लिए धान की खरीद के प्रबंधों का जायज़ा लेते श्री कैरों कहा कि धान की निर्विघ्र व तेजी से खरीद करने को यकीनी बनाने के लिए सभी प्रबंध किए गए हैं ताकि जो किसानों को अपने उत्पाद की समय पर अदायगी मिल सके। 

उन्होंने स्पष्ट  किया कि राज्य के किसानों को मंडियों में अपने उत्पाद बेचने समय किसी प्रकार की असुविधा ना हो।उन्होंने यह भी कहा कि मंडियों में धान की खरीद और निर्विघ्र उठाई के लिए संबंधित अधिकारी मंडियों के दौरे करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय स्टाफ राजपत्रित छुट्टियों वाले दिन और शनिवार व रविवार को दिन-रात धान की खरीद करेगा। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कहा कि धान की खरीद के लिए भराई बैेगो की आवश्यक जरूरत को यकीनी बना लिया जाए।मंत्री ने पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों को मंडियों में अनाज के रखरखाव और उचित सेनिटेशन सुविधा को यकीनी बना लिया जाए। भारत सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1510 रूपए प्रति क्विंटल ए ग्रेड के लिए तय किया है जबकि आम धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1470 रूपए तय किया है।वित्त विभाग द्वारा कैश क्रेडिट लिमिट संबंधी प्रस्ताव राज्य एजेंसियों द्वारा खरीदे जाने वाले 132 लाख मीट्रिक टन धान के लिए 26089.80 करोड़ रूपए की सी सी एल लिमिट प्राप्त करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक को भेजी गई है। भारतीय खाद्य निगम द्वारा धान की खरीद के लिए फंडों के प्रबंध अपने स्तर पर करेगी।श्री कैरों ने राज्य के किसानों को मंडियों में सूखा और साफ सुथरा धान लाने की अपील की और उन्होंने जिला प्रशासन को भी रात्रि समय धान की कटाई को रोकने के लिए कहा क्योंकि रात को वातावरण में नमी अधिक होती है।