5 Dariya News

छप्पड़ पर किए नाजायज कब्जे के विरोध में लोगों नें किया संर्घष का एलान

दलितों के छप्पड़ पर कबजा कर झूठे केसों में उलझाने के लगाए आरोप, सात दिनों में कब्जा नहीं छुडाया तो टंकी पर चढ़कर करेंगे आत्मदाह

5 Dariya News (विजय जिंदल)

भदौड़ 20-Sep-2016

नगर कौंसिल भदौड़ की हदूद में सरकारी जमीन पर रोजाना हो रहे कब्जों से भदौड़ वासी अब उब चुके और अब विभिंन्न धड़ल्लेदार राजनीतिक पार्टीयों के ईशारे पर किए गए नाजायज कब्जों को छुडाने के लिए लोग इकठ्ठे होकर संर्घष की राह पर चलने को मजबूर हो चुके हैं।बार्ड नं. 12 के   गुरू रविदास मंदिर क्लब व अन्य हार्ड वासीयों की ओऱ से मुहल्ले के छप्पड़ पर एक अमीर किसान व्दारा किए गए कब्जे के विरोध में जमकर रोष व्यक्त किया गया। मखन सिंह व गुरदीप सिंह कैड़ा नें पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि बार्ड नं 12 में साठ कनाल से ज्यादा सरदारों की खाली जमान पड़ी थी और वर्ष 1980 में भदौड़ के सरदार गंगादीप सिंह नें उपरोक्त जमीन गरीब दलित लोगों को रूड़िया आदि लगाने के लिए उक्त जमीन  में से 11 कनाल 2 मरले दान में दी थी।  इस जमीन की गरदावरियां भी वाशिंदों के नाम ही हैं। जिनको कानूनी ढंग से तुड़वाने का कोई प्रवधान ही नहीं है। उक्त जमीन में से 2 कनाल जमीन पर श्री गुरू रविदास जी का मंदिर सथापित है इसके अलावा उन्होंने बताया कि भदौड़ निवासी हरनेक सिंह पुत्र सर्वन सिंह नें जालसाजी 25 कनाल के करीब जमान की रजिस्ट्री अपने नाम कराकर छप्पड़ पर अवैध कबजा कर लिया है। और जब हम लोगों ने विरोध कर उक्त कब्जे को रोकने की कोशिश की तो हम लोगों पर 12 केस कर हम गरीबों को उलझाने की कोशिश कर रहे हैं उन्होंने बताया कि उपरोक्त 12 में से 5 केस खारिज हो चुके हैं और बाकी के सात केस अभी माननीय अदालत बरनाला में चल रहे हैं।

एल्टीमेटम- मखन सिंह व गुरदीप सिंह कैड़ा नें प्रशासन को सात दिनों का अलटीमेटम देते हुए कहा कि अगर आने वाले सात दिनों में प्रशासन ने उपरोक्त धनाड हरनेक सिंह व्दारा किया गया नाजायज कब्जा नही हटाया और हम लोगों पर किए हुए झूठे केस खारिज नहीं करवाए तो हम लोग पानी की टंकी पर चढ़ कर अपनी मागों के प्रति प्रशासन का ध्यान गरीबों के साथ हो रहे धक्केशाही की ओर केंद्रित करेंगे अगर फिर भी प्रशासन ने हमारा साथ देकर इंसाफ नही दिया तो हम टंकी पर ही आत्म दाह कर लेंगे। इस अवसर पर मखन सिंह, गुरमेल सिंह, गुरदीप सिंह कैड़ा, चमकौर सिंह, अमरीक सिंह, सुखबीर सिंह, नाहर सिंह, मघर सिंह, हरदीप सिंह, आत्मा सिंह, बूटा सिंह, बूटा सिंह, बलबीर कौर, जंगीर कौर के अलावा अन्य बार्ड वासी मौजूद थे।