5 Dariya News

मनसा देवी कॉम्पलैक्स में शुरू हुआ गौ ग्रास सेवा रथ

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पंचकूला 03-Sep-2016

इंसानों की तरह अब विशेषकर गायों की देखरेख और उनके संतुलित आहार पर भी विशेष ध्यान  दिया जाता है। शास्त्रों में तो   यहां तक कहा गया है कि गायों की मौजूदगी ही पर्यावरण को शुद्ध कर देती है। मिसाल यह  है कि गाय के  गोबर लीपे गए घरों में कीड़े-मकोड़ो का प्रभाव नहीं रहता। गाय के दुध में  भी डायबिटीज, कैलेेस्ट्रोल और पेट में एसिड बनने की जो बिमारियां होती है वह भी ठीक हो जाती है और हमारे हिंदू धर्म में तो गाय की पहली रोटी के अलावा कू त्ता व  कौवों को भी दी जाती है। यह कहना है हिंद संग्राम गौ ग्रास सेवा रथ मिशन के संचालक व चेयरमैन पंडित आर के शर्मा जी का।  उन्होंनें बताया कि परिषद द्वारा गौ ग्रास सेवा रथ सबसे ट्राईसिटी में 8 अगस्त 2014 को पंचकूला के सैक्टर-11 से शुरू किया गया था जिसमें गौ ग्रास सेवा रथ व कुछ मंदिर परिसर में गौ ग्रास ड्रम भी रखे गए थे। इसी मिशन व प्रथा को लेकर 31 जुलाई 2015 को मनीमाजरा में भी शुरू किया गया था और अब इस कड़ी में ऐतिहासिक सिद्ध पीठ माता मनसा देवी के चरणों में भैंसा टिब्बा व मनसा देवी कॉम्लैक्स में गौ ग्रास सेवा रथ शुरू किया गया। 

यह गौ ग्रास सेवा रथ रेल विहार में क्षेत्र की पार्षद कुलजीत बड़ैच ने हरी झंडी देकर किया और इस कार्य के लिए उन्होंने हिंद संग्राम परिषद के संचालक भाई विक्रांत शर्मा की इस कार्य के लिए सराहना करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में परिषद की प्रैस सैके्रटरी सुनीता एंजल ने  इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया। रेल विहार में शुरू किए गए गौ ग्रास सेवा रथ को  शुरू करते हुए सियाराम संकीर्तन मंडली की प्रधान सीता देवी व सदस्य, कमलेश गर्ग, रेणु, किरण, मीनू शर्मा, वर्षा, राजरानी, रीटा शुक्ला,  हरीश सैनी आादि मौजूद थे।  इस मौके पर पार्षद कुलजीत बडै़च ने कहा कि हमें गाय की पहली रोटी या समर्थानुसार इन्हें साफ-सुथरी सामग्री खाने को देनी चाहिए।  देश  में अनेक ऐसे संस्थान चल रहे है जो गायों की जरिए दिन दुनी व रात चौगनी तरक्की कर रहे हैं।  देश में गौपालन की योजना को बनाकर उन पर सभी के सहयोग से अमल करना जरूरी है क्योंकि गाय हमारी आर्थिक सदृढ़ता का प्रतीक है।इस गौ ग्रास सेवा रथ  के गौपालक संदीप मामू ने बताया कि सुबह 7 बजे से यह रथ दोपहर तक मनसा देवी कॉप्लैक्स के घर-घर से रोटी, गुड, चौकर व अन्य खाद्य सामग्री एकत्रित करके जरूरतमंद गायों व गौशाला तक पंहुचाएगा।  प्रैस सैक्रेटरी सुनीता एंजल ने कहा कि हर जगह  गौशाला की तदाद तो बढ़ गई लेकिन हम सब की कमी के कारण गाय गंदगी खाने को मजबूर है। इसके अलावा जो गायों को खुले में  ऐसे ही छोड़ देते है उन पर भी शिंकजा कसा जाना बहुत जरूरी है ताकि गाय सुरक्षित रह सकें।