5 Dariya News

'अनुवाद' में खो गया पाकिस्तान का 'चूड़ी विरोध'

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संयुक्त राष्ट्र 25-Aug-2016

संयुक्त राष्ट्र महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और महासचिव बान की मून गर्व के साथ घोषणा करते हैं, 'आई एम ही-फॉर-शी' यानी 'मैं पुरुष महिलाओं के लिए हूं।' आशय साफ है कि लिंगभेद के किसी भी रूप की संयुक्त राष्ट्र में कोई जगह नहीं है। इसी संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की महिलाओं की ओर से विरोधस्वरूप चूड़ियां पहनने के लिए भेजी गई थीं। लेकिन, उन्हें अपमानित करने का प्रयास यहां अनुवाद में ही खत्म हो गया और गुस्सा दिलाने का यह प्रयास नाकाम रहा। संवाददाता ने जब बान के प्रवक्ता स्टीफन डुजर्रिक से पूछा कि क्या 'मून को चूड़ियां भेजना एक तरह से उनका अपमान है' तो उन्होंने निर्लिप्त भाव से कहा, "हम किसी को भी जिसके बारे में वह चिंता करता है, उसके बारे में शांतिपूर्ण तरीके से विचारों को प्रदर्शित करने का समर्थन करते हैं।" मीडिया में आई खबरों के अनुसार, मंगलवार को सैकड़ों महिलाओं ने संयुक्त राष्ट्र और भारत के खिलाफ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुख्य शहर मुजफ्फराबाद में रैली निकाली थी। इन्होंने हाथ में चूड़ियां और तख्तियां ले रखी थीं और कह रही थीं कि यह गहना (चूड़ियां) संयुक्त राष्ट्र के लिए हैं।

प्रदर्शनकारियों का कहना था यदि बान की-मून कश्मीर मामले में कार्रवाई नहीं कर सकते तो उन्हें चूड़ियां पहन लेनी चाहिए। चूड़ियां स्त्रीलिंग का प्रतीक है जिन्हें कमजोर मानने वाले भी दुनिया में मौजूद हैं। एक महिला की तरह पुरुष के काम करने को दुनिया के कुछ हिस्सों में अपमान माना जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने इसे उस रूप में नहीं लिया। विश्व संस्था महिलाओं को सशक्त बनाने और महिलाओं के परंपरागत चित्रण को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।जब संयुक्त राष्ट्र के महिला संगठन यूएन वूमन ने महिला सशक्तीकरण के लिए लैंगिक समानता के तहत पुरुषों को शामिल करने का अभियान शुरू किया तो मून वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने घोषणा की थी, 'आई एम ही-फॉर-शी'। इससे पहले इस साल मून ने महिलाओं के अधिकारों एवं स्वास्थ्य में प्रमुख समर्थक की भूमिका निभाने को लेकर वूमन डिलिवर नामक समूह से डिलिवरिंग फॉर गर्ल्स एंड वूमन पुरस्कार गर्व के साथ स्वीकार किया था।