5 Dariya News

उप राज्यपाल लोकतंत्र के लिए खतरा : कुमार विश्वास

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नई दिल्ली 09-Aug-2016

आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को लोकतंत्र के लिए एक खतरा बताया। जंग ने कथित तौर पर कहा था कि वह दिल्ली विधानसभा को समाप्त करने पर विचार कर सकते हैं। इसके बाद आप की यह टिप्पणी आई है। आप ने यह भी कहा कि उसे दिल्ली सरकार पर लगातार हो रहे हमले के पीछे एक बड़ी साजिश की बू आ रही है और जंग प्रधानमंत्री के समर्थन के बिना ऐसा नहीं बोले होंगे।आप नेता कुमार विश्वास ने संवाददाताओं से कहा, "निश्चित रूप से यह आवाज मोदी की है।"दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रशासनिक मामलों में उपराज्यपाल को अंतिम निर्णय करने का अधिकार दिए जाने के बाद जंग ने कथित रूप से कहा था कि वह दिल्ली विधानसभा को समाप्त करने के एक प्रस्ताव पर विचार कर सकते हैं।कुमार विश्वास ने कहा, "एक तरफ मोदी जी सहकारी संघवाद की बात करते हैं, जबकि उपराज्यपाल विधानसभा समाप्त करने के बारे में बात करते हैं। इस तरह के लोग लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।"उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल को विधायिका को खत्म करने का कोई अधिकार नहीं है। यह शक्ति संसद के पास है।कुमार विश्वास ने कहा, "हम मोदी सरकार को चुनौती देते हैं कि वह दिल्ली विधानसभा को समाप्त करने का प्रस्ताव संसद में पारित कराए।

"उन्होंने कहा, "दिल्ली विधानसभा को समाप्त करने की जंग की धमकी संविधान के उल्लंघन के बराबर है।"विश्वास ने कहा, "देश में आपातकाल लागू करने के लिए मोदी सरकार दिल्ली में एक प्रयोग कर रही है।"लेकिन उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जिस तरह सर्वोच्च न्यायालय ने अरुणाचल और उत्तराखंड के मामले में न्याय किया, उसी तरह दिल्ली की निर्वाचित सरकार के मामले में भी न्याय करेगा।आप सरकार दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती देने को पूरी तरह तैयार है।आप नेता ने जंग से केजरीवाल के प्रति घृणा छोड़ने की सलाह देते हुए कहा कि उन्हें (जंग) खुद को शांत रखने के लिए ध्यान करना चाहिए।विश्वास ने कहा, "अगर वह आप से लड़ना चाहते हैं तो उन्हें उपराज्यपाल का पद छोड़कर पंजाब की किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए।"इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली विधानसभा को खत्म करने के उपराज्यपाल के कथित बयान को लेकर जंग की तुलना वायसराय और तत्तकालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल से की थी।जैन ने कहा, "वायसराय (ब्रिटिश) भी कहा करते थे कि भारत को पूर्ण आजादी नहीं दी जा सकती। विंस्टन चर्चिल भी कहा करते थे कि भारतीय अपना शासन नहीं चला सकते। उपराज्यपाल उन्हीं की भाषा बोल रहे हैं।"जैन ने उपराज्यपाल के उस कथित एक आदेश को असंवैधानिक करार दिया, जिसमें उन्होंने दिल्ली सरकार के विभागों के प्रमुखों को फाइल सीधे उनके (उपराज्यपाल) पास भेजने को कहा है।मंत्री ने कहा, "किसी भी तरह से उपराज्यपाल सीधे तौर पर किसी अधिकारी से संपर्क नहीं कर सकते।"उन्होंने कहा, "उपराज्यपाल को कोई भी फाइल मांगने का अधिकार है, लेकिन इसके लिए उचित प्रक्रिया से गुजरना होगा। वह कोई भी फाइल सीधे तौर पर न तो मंगा सकते हैं और न ही अकेले कोई निर्णय ले सकते हैं।"