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पंजाब सरकार द्वारा उद्योगों को सस्ती दरों पर बिजली देना प्रशंसनीय कदम-ढिल्लो व ग्रेवाल

कहा, ऐतिहासिक फैसले के साथ लघु उद्योगों को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन , आप और कांग्रेस बनी मुद्दाहीन पार्टियां

5 Dariya News (Ajay Pahwa)

लुधियाना 28-Jul-2016

पंजाब में मौजूदा और नई औद्योगिक इकाईयों को सस्ती दरों पर बिजली देने की बड़ी राहत देने के उद्धेश्य से उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा किए एलान का सिंचाई मंत्री शरनजीत सिंह ढिल्लों और मुख्यमंत्री के सलाहकार महेशइन्द्र सिंह ग्रेवाल ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस एलान के साथ राज्य सरकार द्वारा 4.99 रूपए प्रति यूनिट की दर से देश में सबसे सस्ती दरों पर बिजली मुहैया करउवाई जाएगी, जोकि उद्योगकारों के अधिकार मेकं लिया ऐतिहासिक फैसला है। इस के अलावा सबसे अधिक बिजली खपत वाले समय पर लागू 2/- रूपए प्रति यूनिट सरचाजर हटा दिया गया है और इसी प्रकार उद्योग जगत को 200 करोड़ रूपए प्रति माह की बड़ी राहत दी गई है।पंजाब सरकार द्वारा लिए गए इस उद्योगकारों के पक्ष में फैसले संबंधी बातचीत करते उन्होंने कहा कि बिजली क्षेत्र में शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकार की प्राप्तियां बहुत हैं। यह भी एक प्राप्ति है जिस तहत अब लघु उद्योगों को 4.99 रूपए प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी जोकि पहले 5.85 रूपए प्रति यूनिट थी। 

इन उद्योगों को 86 पैसा प्रति यूनिट की राहत दी गई है। इसी प्रकार माध्यम दर्जे के उद्योगों को 5.99 रूपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी जोकि पहले 6.38 रूपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी जो कि पहले 6.46 रूपए प्रति यूयनिट के हिसाब से दी जाती थी। माध्यम दर्जे के उद्योगों को 36 पैसे और अधिक बिजली खपत वाले समय  पर जो 2 रूपए प्रति यूनिट सरचाजर उद्योगों से वसूला जाता था, उसे माफ कर दिया गया है और इसी प्रकार उद्येग जगत को 200 करोड़रूपाए प्रति माह की राहत  दी गई है। उन्होंने कहा कि इसके साथ जनरेटरों का इस्तेमाल घट होगा जिससे वातावरण प्रदूषण में कमी आएगी।उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 से पहले बिजली क्षेत्र कई मुसीबतों से जूझ रहा था जैसे कि ना काफी बिजली उत्पादन समर्था जिसका नतीजा लंबे  कटो और उद्योगों में उत्पादन कार्य बिजली के कटों के कारण प्रभावित होने में निकलता था और इससे पूर्व ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन प्रणाली पर लोड बहुत अधिक था, बिजली की सप्लाई ना काफी होना, वित्तीय मुश्किलें आदि भी पेश आती थीं। पर यह स्थिति तब  बदली जब 2007 में शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकार ने राज्य की बागडोर संभाली। उस समय पंजाब के उद्योग और कृषि को बहुत कम बिजली सप्लाई मिलती थी और निगुणी बिजली सप्लाई कारण उद्योगों और कृषि बुरी तरह तबाह होने के किनारे पर थे।

शिरोमणि अकाली दल भाजपा गठजोड सरकार द्वारा स.पा्रकाश सिंह बादल की अगुवाई में सत्ता संभालते ही पंजाब सरकार द्वारा राज्य को पावर सरप्लस राज्य बनाने की दिशा में कार्य किया गया। उप मुख्यमंत्री स.सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में किए गए बड़े प्रयत्नों के परिणामस्वरूप आज पंजाब अतिरिक्त बिजली उत्पादन वाला राज्य बन गया है।उन्होंने कहा कि गत् समय दौरान पी एस पी सी एल द्वारा की गई विशेष प्राप्तियों परिणामस्वरूप ही केन्द्र सरकार द्वारा ए प्लस की दर्जाबंदी  दी गई है और इसके अलावा सैंट्ररल बोर्ड ऑफ इरीग्रेशन एंड पावर द्वारा देश की बिजली क्षेत्र में सर्वोत्तम कारगुजारी दिखाने वाली संस्था का अवॉर्ड  भी दिया गया है। उन्होंने आप व कांग्रेस ने पंजाब को बदनाम करने से गुरेज करने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह पार्टी पंजाब की राजनीति में मुद्दाहीन पार्टियां बन कर रह गई हैं, यदि राज्य के सर्वपक्षीय विकास की बात की जाए तो अकाली भाजपा गठजोड़ सरकार के शासन काल दौरान हुए विकास की ओर कोई उदाहरण सामने नहीं आती।