कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए पाकिस्तान से वार्ता करे भारत : माकपा नेता
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नई दिल्ली 27-Jul-2016
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने बुधवार को कहा कि कश्मीर घाटी में पाकिस्तान की अपील का प्रभाव बढ़ रहा है और जम्मू एवं कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए भारत को इस्लामबाद से बातचीत करनी चाहिए। जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में माकपा के एकमात्र सदस्य तारिगामी ने घाटी में अशांति को भारत से 'अलगाव के प्रति बेहद गहरी भावना' करार दिया।तारिगामी ने माकपा के मुखपत्र 'पीपुल्स डेमोक्रेसी' में कहा कि राज्य में आतंकवाद अब एक नया चेहरा है और आजादी का नारा, जिसका मतलब एक स्वतंत्र कश्मीर है, लोगों को बेहद आकर्षित करता है।
उन्होंने कहा, "इसी वक्त इस्लामीकरण हो रहा है। पाकिस्तान की अपील भी बढ़ रही है। अब तक ऐसा नहीं था। आतंकवादियों को अब और अधिक समर्थन मिल रहा है।"वर्तमान अशांति से बुरी तरह प्रभावित दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से विधायक तारिगामी ने कहा, "निश्चित तौर पर वर्तमान संकट से निकलने का एकमात्र उपाय वार्ता है।"तारिगामी ने कहा, "वार्ता में राष्ट्रीय स्तर की सभी ताकतों तथा राज्य स्तर पर भी पक्षों को शामिल होना चाहिए।"ऐसे समय में पाकिस्तान के साथ वार्ता आवश्यक है। यह खुद को कब्जे में और भेदभाव महसूस कर रहे कश्मीरियों को शांत करने का सवाल है। उन्होंने कहा, "इसके लिए व्यापक, ठोस तथा रचनात्मक प्रयास की जरूरत होगी। दुर्भाग्यवश केंद्र की वर्तमान सरकार उम्मीद को बहुत अधिक तवज्जों नहीं देने वाली है।"
मार्क्सवादी नेता ने केंद्र की विभिन्न सरकारों पर कश्मीर समस्या को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा, "लोगों के अलगाव की भावना के समाधान के लिए कई सरकारों ने बेहतर प्रयास किया, तो कुछ ने आधे मन से।"