5 Dariya News

मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा लोगों को सिख एवं पंजाब विरोधी शक्तियों से सचेत रहने की अपील

श्री आनंदपुर साहिब में शहीद भाई जैता जी यादगार का नींव पत्थर रखा , कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की पंजाब विरोधी कार्रवाईयों की तीखी आलोचना

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श्री आनंदपुर साहिब 18-Jul-2016

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आज राज्य में विशेष तौर पर सिखों पर मंडरा रहे खतरे का जिक्र करते हुये पंजाबियों को सत्ता हासिल करने के प्रयासों में लगी पंजाब एवं सिख विरोधी ताकतों से चौकस रहने के लिए सचेत किया। आज यहां भाई जैता जी यादगार का नींव पत्थर रखने के बाद एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को उन लोगों से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है जो सदा ही राज्य और जनहित विरोधी रहें हैं। उन्होंने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब पर हमला करने और 1984 में निर्दोष सिखों का कत्लेआम करने वाले लोग अब राज्य में सियासी सत्ता हथियाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार ही सतलुज यमुना लिंक नहर के संबंध में राज्य के हितों विरूद्ध खड़ी एक और शक्ति में राज्य में सियासी सत्ता हथियाना चाहती है। 

मुख्यमंत्री ने इन शक्तियों की पहचान करने और इनको उचित उत्तर देने की लोगो को अपील करते हुये कहा कि उन शक्तियों से अच्छे की कोई भी उम्मीद नही की जा सकती जो पंजाब विरोधी विशेषकर सिखों के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि जिन शक्तियों ने एक समय सिखों पर आंतकवादी और अलगाववादी होने का ठप्पा लगाया है और वह अब पंजाबियों पर नशेड़ी होने का ठप्पा लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईमानदारी और पूरे उत्साह से देश की सेवा करने वाले देशभक्त और बहादुर पंजाबियों को नशेड़ी कहकर बदनाम किया जा रहा है। स. बादल ने कहा कि राज्य में एक भी तोला नशे का उत्पाद नही होता इसके बावजूद यह शक्तियां लोगों पर धब्बा लगाने का प्रयास कर रही हैं। 

आम आदमी पार्टी की लीडरशिप पर चुनाव घोषणा पत्र में बेअदबी करने पर तीखा हमला करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने ऐसा करके समूची मानवता की मानसिकता को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने आगे कहा कि इनको ना छोड़े जाने वाले अपराधों के लिए आम आदमी पार्टी की लीडरशिप मानवता विरोधी इस घिनौने कार्य से मुक्त नही हो सकती। स. बादल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री हरमंदिर साहिब जाकर भूल बख्शाने का प्रयास कर रहें हैं परंतु इसका कोई भी लाभ नही है क्योंकि यह अपराध असहनीय और अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की लीडरशिप का यह कार्य उनकी गंदी मानसिकता का प्रतिबिंब है जोकि पूरी तरह राज्य के लोगों का विरोधी है। 

राज्य के पानी की रक्षा के लिए लोगों से पूरा समर्थन एवं सहयोग की मांग करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों को पानी की रक्षा के लिए संघर्ष हेतू तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिअद-भाजपा गठजोड़ की सरकार राज्य से सामाजिक, आर्थिक या सियासी क्षेत्र में होने वाले किसी भी प्रकार के अन्याय विरूद्ध लडऩे के लिए वचनबद्ध है। राज्य की अमीर सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के लिए अपनी दृढ वचनबद्धता दोहराते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में उन यादगारों के निर्माण के लिए एक हजार करोड़ रुपये खर्चे हैं। उन्होंने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष के दौरान जंग-ए-आज़ादी, जंगी यादगार अमृतसर, भगवान वाल्मीकि यादगार, श्री गुरू रविदास यादगार, बाबा मोती लाल मेहरा यादगार तथा अन्य यादगारें देश को समर्पित की जायेंगी। 

उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य की अमीर विरासत को संभालने की सेवा उनको ईश्वर ने लगाई है। अमर शहीद भाई जैता जी को श्रद्धा के पुष्प अर्पित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यादगार 25 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जायेगी जो महान सिख शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने पंथ की महान सेवा की और वह श्री गुरू तेग बहादुर जी का शीश चांदनी चौक दिल्ली से श्री आनंदपुर साहिब लेकर आए उन्होंने कहा कि बाबा जीवन सिंह जी ने दिल्ली से श्री आनंदपुर साहिब के मार्ग पर भारी मुश्किलें आई जिनका बहादुरी से सामना किया।  स. बादल ने कहा कि यह यादगार महान सिख योद्धा द्वारा दिखाई मिसाली साहस को आने वाली पीढिय़ों को याद करवाए गी।राज्य के लोगों को जाति और फिरकापरस्ती से उपर उठने का आह्वान करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को हमारे महान सिख गुरूओं के दर्शाये मार्ग पर चलना चाहिए जिन्होंने समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह संदेश समाजिक गांठों को और मज़बूत करता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने समाज के दबे-कुचले लोगों की भलाई के लिए बहुत सी पहलकदमियां की है। उन्होंने कहा कि राज्य के मैरीटोरियस स्कूलों ने गरीब बच्चों के लिए नये अवसर खोले हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष इन स्कूलों के 31 विद्यार्थीयों को देश की प्रमुख संस्थानों में प्रवेश मिला है। स. बादल ने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान राज्य सरकार ने कमजोर वर्गो के विद्यार्थीयों को अपनी उच्च शिक्षा जारी रखने के योग्य बनाने हेतू 15 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था की है। राज्य सरकार द्वारा गरीब पक्षीय की गई प्रमुख पहलकदमियों को बताते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य को अतिरिक्त बिजली वाला राज्य बनाया है और किसानों को निशुल्क बिजली मुहैया करवाई है जिसके लिये 5 हजार करोड़ रुपये की वार्षिक सब्सिडी दी जा रही है। 

बादल ने कहा कि सरकार को किसानों के लिए 50 हजार रुपये तक बिना ब्याज फसली ऋृण प्राप्त करने के लिए स्कीम आरंभ की है और किसानों को 50 हजार रुपये का बीमा मुहैया करवाया गया है। हादसे में परिवार के मुखी की मौत या असमर्थ होने की सूरत में 5 लाख रुपये का बीमा मुहैया करवाया गया है। इससे पूर्व पंजाब विधानसभा के स्पीकर डॉ. चरणजीत सिंह अटवाल, कैबिनेट मंत्री श्री मदनमोहन मित्तल, श्री सोहन सिंह ठंडल, श्री गुलजार सिंह रणिके और लोकसभा सदस्य प्रौ. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने मुख्यमंत्री द्वारा राज्य की अमीर सांस्कृतिक धरोहर के  संरक्षण के लिए की ऐतिहासिक पहलकदमियों की प्रशंसा की। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने स्टेज की कार्रवाई चलाई।इस पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल को अपनी गलतियों के लिए श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक होकर सेवा करने के लिए उसकी आत्मा ने झिझोड़ा। 

उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल क्षमा याचना से आम आदमी पार्टी के पाप नही धो सकते। स. बादल ने कहा कि पार्टी के घोषणा पत्र की तुलना पवित्र ग्रंथों से करके श्री केजरीवाल ने ना माफी योग्य गुनाह किया है। उन्होंने कहा कि आप लीडरशिप के इस बज्र पाप ने समूची मानवता के हृदयों को गहरी ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि आप लीडरशिप के इस कदम से यह सिद्ध हो गया है कि इनके मनों में किसी भी धर्म का सम्मान नही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री केजरीवाल कुछ भी कर सकते हैं परंतु समूची मानवता विरूद्ध किये इस घोर पाप के लिए उन्हें क्षमा नही मिलती। स. बादल ने कहा कि चाहे आप की लीडरशिप माने या ना माने परंतु उसको पता है कि उन्होंने बड़ा गुनाह किया है जिसपर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल एवं उसकी पार्टी द्वारा प्रत्येक धर्म के किये निरादर को लोग कभी भी नही भूलेंगे। एक प्रशन के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य की अमीर विरसे के संरक्षण के लिए साधारण प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के  इन प्रयासो से धार्मिक पर्यटन को प्रौत्साहन मिलने के साथ -साथ नवयुवकों को अपने अमीर विरसे के प्रति अवगत् करवाने के लिए सहायक होगा। इस अवसर पर तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी मल्ल सिंह, मुख्य संसदीय सचिव बीबी महिंदर कौर जोश, चौ. नंदलाल, स.मंजीत सिंह मियांविंड एवं संत बलबीर सिंह घुन्नस, विधायक सरवन सिंह फिल्लौर, स. हरप्रीत सिंह तथा स. जोगिंदर सिंह जींदू आदि उपस्थित थे।