5 Dariya News

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं द्वारा +२ के बाद सीधा बी.ए+बी.एड. का पाठ्यक्रम शुरू करने की पहलकदमी

सैंट्रल टीचर्ज ऐलिजीबिलटी टैस्ट (सी.टैट.) की भी मिलेगी विशेष कोचिंग, +२ के बाद इंटैग्रेटिड बी.एड. करने के कारण विद्यार्थियों के एक साल की होगी बच्चत

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घड़ूंआं 15-Jul-2016

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं की पहलकदमी के साथ जहाँ बी.एड. का पाठ्यक्रम करना अब और भी आसान हो गया है वहां इससे विद्यार्थियों के बेशकीमती एक साल की भी बचत होगी। अध्यापन में कैरीयर बनाने के लिए ज़रूरी बी.एड.की पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थी नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत +२ पास करने के बाद सीधा बी.ए./बी.एस.ई./बी.एड. पाठ्यक्रम में दाखि़ला ले सकेंगे। नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत +२ पास करने के बाद बी.ए./बी.एस.ई./ बी.एड. करने का समय अब ४ साल का होगा जबकि पहले बी.एड. करने में विद्यार्थियों के ५ साल लगते थे।पंजाब में बी.ए./ बी.सी.ए./बी.एड. का यह पाठ्यक्रम शुरू करने की पहलकदमी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं द्वारा की गई है। नेशनल कौंसिल फार टीचर्ज एजुकेशन की नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत यूनिवर्सिटी को यह शार्ट टर्म पाठ्यक्रम लांच करने की मान्यता मिल चुकी है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूंआं द्वारा डॉ. इन्दरप्रीत कौर को इस विभाग की प्रमुख नियुक्त किया गया है।

डॉ. इन्दरप्रीत कौर ने यूनिवर्सिटी की इस नई पहलकदमी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बी. एड. करने के बाद अध्यापक बनने वाले उ6मीदवारों की प्राथमि1ता हमेशा सरकारी टीचर बनने की होती है और यह बी.ए./बी.एस.ई./बी.एड. का पाठ्यक्रम नये प्रोग्राम के अंतर्गत सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए बहुत ही कारगर सिद्ध होगा। इसके साथ जहाँ यह पाठ्यक्रम करने वाले विद्यार्थियों के लिए सरकारी नौकरी प्राप्त करने की संभावनाएं बढ़ेंगी वहाँ वह एक परिपक्व और काबिल अध्यापक साबित होंगे। 

उनहोने बताया कि इस नयी नीति के अंतर्गत +२ करने के बाद दाखि़ल हुए विद्यार्थियों को पहले साल से ही डिगरी की पढ़ाई के इलावा अध्यापन क्षेत्र के प्रशिक्षण के साथ-साथ बी.एड. के विषय भी पढ़ाएं जाएंगे। उनहोने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इसके साथ सैंट्रल टीचर्ज ऐलिजीबिलटी टैस्ट (सी.टैट.) की विशेष कोचिंग भी दी जायेगी जिससे विद्यार्थी मेरिट में ऊँचा स्थान प्राप्त कर सरकारी नौकरी हासिल करने में कामयाब हो सकेंगे। डॉ. इन्दरप्रीत कौर ने आगे और जानकारी साझा करते हुए कहा कि सी.यू. घड़ूंआं द्वारा विद्यार्थियों को बी.एड. के पाठ्यक्रम के साथ ही प्रसनैलटी डिवैप्पमैंट का पाठ्यक्रम भी करवाया जायेगा जिससे उनकी प्रसनैल्टि डवैल्पमैंट में और भी निखार लाया जा सके और वह प्राईवेट अध्यापन क्षेत्र में भी अपनी काबलीयत के बलबूते अच्छा रुतबा हासिल कर सकें।उनहोने यूनिवर्सिटी की एक और प्राप्ति का जि़क्र करते हुए कहा कि सी.यू. घड़ूंआं द्वारा १०० से अधिक विदेशी यूनिवर्सिटियों के साथ अकादमिक गठजोड़ सथाप्ति किए गए हैं जिसके कारण यहाँ से बी.एड. करने वाले विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रोजग़ार के मौके मुहैया करवाए जाएंगे। उनहोने उक्त पाठ्यक्रम में दाखि़ला लेने के इच्छुक विद्यार्थियों की जानकारी के लिए बताया कि दाखि़ला +२ की मेरिट के आधार पर होगा और अगस्त के महीने से कलासें आरंभ हो जाएंगी।