5 Dariya News

सतगुरु श्री कबीर साहेब का 618वां प्रकटोत्सव मनाया गया

5 Dariya News (संजीव बंसल)

कुरुक्षेत्र 27-Jun-2016

सतगुरु श्री कबीर साहेब धाणक महासभा हरियाणा द्वारा आज यहां कुरुक्षेत्र नया बस स्टैंड पार्क में सतगुरु श्री कबीर साहेब का 618वां प्रकटोत्सव मनाया गया। समारोह की अध्यक्षता सभा के प्रधान जयनारायण खटक ने की।सतगुरु श्री कबीर साहेब धाणक महासभा हरियाणा के प्रधान ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बताया कि हमें सतगुरु श्री कबीर साहेब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। श्री कबीर साहेब का प्रकोटत्सव ज्येष्ठ पूर्णिमा को सन् 1398 (सम्वत 1455)में हुआ तथा सन् 1518 (सम्वत 1575)को वह ब्रह्मलीन हो गए थे। श्री कबीर साहेब गृहस्थ जीवन में रहते हुए कपड़ा बुना और परिवार की गुजर बसर की। अनपढ़ होते हुए गूढ़ अर्थ लिए इतने सुंदर दोहों की रचना कर डाली जोकि आज के जीवन में भी उतने ही प्रासांगिक हैं जितने कि अपने समय में थे। 

श्री कबीर साहेब के दोहे कबीरा खड़ा बाजार में सबकी मांगे खैर, ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर। जाति पाति पूछे नाही कोये, हरि को भजे सो हरि का होवे से स्पष्ट है कि वह सर्वधर्म  के प्रतीक थे। सब धर्मों का आदर करते थे तभी तो सर्वधाणक समाज सहित दुनिया के करोड़ो लोग उनके अनुयायी हैं। सभा के प्रधान जयनारायण खटक के अनुसार भारत रत्न बाबा साहेब के जीवन पर भी श्री कबीर साहेब का अमिट प्रभाव था कबीर पंथी होने के कारण बाबा साहेब आम्बेडकर जाति विहीन समाज के प्रबल समर्थक थे। सर्व समाज को श्री कबीर जी की शिक्षाओं पर अमल करके राष्ट्र के विकास में सहयोग देना चाहिए।इस अवसर पर सभा के वरिष्ठ उप-प्रधान रणधीर सिंह अटकाण, उप प्रधान रामफल खुंडिया, महासचिव अजमेर सिंह खनगवाल, कोषाध्यक्ष गुलाब सिंह अटकाण, सहसचिव रामकिशन बसोर, सहायक कोषाध्यक्ष विजय लडवाल, प्रचार सचिव सुरेंद्र लडवाल, सलाहकार राजेश पचेरवाल के अलावा कार्यकारिणी सदस्य उमेद सिंह किराड़, सुनील कुमार, रजनीश कुमार, बनारसी लाल तथा जगदीश निरंकारी सहित काफी संख्या में धाणक समाज कुरुक्षेत्र के महिला एवं पुरुष पार्क में एकत्रित हुए तथा सामूहिक प्रसाद का वितरण किया गया।