5 Dariya News

पट्टी बिला व भीम टांक प्रकरण : एससी आयोग ने किया पंजाब पुलिस महानिदेशक व गृह सचिव को तलब

उपमुख्यमंत्री के ओएसडी के विरूद्ध कार्रवाई के आदेश

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अबोहर 10-Jun-2016

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति व जन जाति आयोग (एससी आयोग ) ने उपमंडल के गांव पट्टी बिला के दलित नत्था सिंह द्वारा आत्महत्या व फाजिल्का उपजेल में बंद शराब व्यवसायी व अकाली नेता शिव लाल डोडा  के समर्थकों द्वारा नेचरवे हाईटस के अध्यक्ष  नीरज ठठई पर हमले का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब पुलिस के महानिदेशक व प्रधान गृह सचिव को बुधवार के दिन तलब किया है।आज पट्टी बिला गांव में स्थिति का जायजा लेने के लिये पहुंचे आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजकुमार वेरका ने कहा कि पट्टी बिला के दलित नत्था सिंह को कुछ लोगों ने अपमानित करके गांव छोडने पर मजबूर किया और उसने आत्मग्लानि के कारण धरांगवाला गांव के सेमनाले पर जाकर एक मई को आत्महत्या कर ली। इस प्रकरण में आयोग के आदेशों के बावजूद  अबोहर पुलिस ने केवल एक किन्नर को ही गिरफ्तार किया जबकि बाकी नामजद आरोपी अभी तक फरार हैं। प्रथम दृष्टा जांच में यह बात सामने आई है कि इस मामले में पूर्व सरपंच रोशन सिंह का हाथ था। यदि पुलिस अधिकारियों ने 7 दिन में सभी आरोपियों को गिरफ्तार ना किया तो उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी।

सभा के दौरान संत नगर अबोहर के दलित युवक भीम टांक को 11 दिसंबर के दिन शराब व्यवसायी व अकाली दल के पूर्व हल्का इंचार्ज शिव लाल डोडा के रामसरा स्थित फार्म हाऊस में  बुलाकर उसके शरीर के टुकडे-टुकडे करने और भीम के सहयोगी गुरजंट सिंह जंटा पर कातिलाना हमला करने के बारे में अब तक की कारगुजारी का विवरण भीम की माता कौशल्या देवी ने डा. वेरका के समक्ष प्रस्तुत किया।इस प्रकरण में नवीनतम घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए डा. वेरका ने कहा कि 2 दिन पूर्व फाजिल्का उपजेल में उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल के ओएसडी सतिन्द्रजीत सिंह मंटा व उसके साथियों ने डोडा व ठठई के बीच समझौता करने के बहाने प्रवेश किया और वहीं न्यायिक हिरासत में बंद नीरज ठठई पर हमला किया गया । जेल अधिकारियों ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने की बजाय नीरज को फिरोजपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया।

उन्होंने कहा कि भीम टांक के परिवार ने शुरू से ही आशंका व्यक्त की थी कि यदि शिव लाल डोडा को फाजिल्का उपजेल में रखा गया तो  कोई ना कोई आतंकी घटना हो सकती है। तमाम नियमों व कायदे कानून को ताक पर रखकर पिछले 4 माह से शिव लाल डोडा को गंंभीर अपराध में संलिप्त होने के बावजूद उपजेल में राजा-महाराजाओं की तरह सुविधाएं दी जा रही हैं।पंजाब पुलिस की कडी आलोचना करते हुए डा. वेरका ने कहा कि हत्याकांड के दिन से ही पुलिस अधिकारी इसे गैंगवार बता रहे थे। यही रट बाद में मुख्यमंत्री के परिवार ने लगाई। मुख्यमंत्री को संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थों से उपर उठकर राजधर्म का पालन करना चाहिये। डा. वेरका ने कहा कि उपजेल में नीरज ठठई पर हमला करने के मामले में उपमुख्यमंत्री के ओएसडी मंटा सहित सभी आरोपियों के विरूद्ध अपराधिक मामला दर्ज किया जाये और इन्हें जेल में घुसने की अनुमति देने वाले अधिकारियों के विरूद्ध भी अबिलंव कार्रवाई की जानी चाहिये।