5 Dariya News

आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर क्षुब्ध होकर दी परिवार सहित आत्मदाह की चेतावनी

पुलिस अधीक्षक से पूछे सात सवाल, जवाब न मिलने पर 23 को करेंगे आत्मदाह

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रोहतक 21-May-2016

ग्रीन रोड़ निवासी यश भूषण जैन ने सोमवार 23 मई को संसद भवन के बाहर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। यश भूषण जैन का कहना है कि उनकी मौत के लिए रोहतक के पुलिस अधीक्षक जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि उनका एक प्लॉट स्थानीय झंग कालोनी में स्थित है। वे देश से बाहर गये हुए थे कि पीछे से नवीन बहल व उसके साथियों ने प्लाट पर कब्जा कर लिया तथा वहां तोड़-फोड़ कर दी। जिस पर उसने वापिस आकर 5 जनवरी, 2016 को स्थानीय सिविल लाईन थाने में मुकदमा नंबर 545/15 के तहत मामला दर्ज करवा दिया। जिस पर पुलिस ने नवीन बहल को आरोपी मानते हुए गिरफ्तारी के ऑर्डर भी ले लिये। लेकिन अब पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस नवीन बहल को गिरफ्तार होने से लगातार बचाती आ रही है। जिस से क्षुब्ध होकर यशभूषण जैन ने संसद भवन के बाद आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। इसके अलावा उन्होंने पुलिस अधीक्षक शशांक आनंद से सात सवाल भी पूछे हैं। जिनके जवाब नहीं देने पर परिवार सहित आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। यशभूषण जैन ने बताया कि इस केस में कानूनी राय भी आरोपी को तुरन्त गिरफ्तार कर उससे माल बरामद करने व आई.ओ. पर कार्यवाही करने की आई है लेकिन पुलिस अधीक्षक कार्यवाही करने की बजाए आरोपियों को बचा रहे हैं।

पत्र द्वारा पूछे गये सवालों में उन्होंने कहा कि क्या कभी किसी जांच में गिरफ्तारी की इजाजत लेने के बाद जांच को वापस उसी दिशा में ले जाया जा सकता है ? यदि नहीं तो यशभूष जैन के केस में सिविल लाईन पुलिस द्वारा अदालत से गिरफ्तारी की इजाजत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक क्यों जांच को प्रभावित कर रहे हैं तथा आरोपी की गिरफ्तारी क्यों नहीं होने दे रहे।

यशभूष जैन ने कहा कि गिरफ्तारी की परमिशन लेने के बाद आई.ओ. जगदीश द्वारा लिखी जिमनी में जब आई.ओ. आरोपी के घर में रेड मारने गया तो आरोपी की घरवाली ने अपना रौब दिखाकर पुलिस को खदेड़ दिया तो आई.ओ. ने रेड में उच्च अधिकारियों का सहयोग व साथ मांगा, जिसे आज तक अमल में नहीं लाया गया।तीसरे सवाल में पूछा गया कि क्या जब डीजीपी यशपाल सिंघल द्वारा 24 दिसम्बर, 2015 को उक्त मामले की फाईल तलब करके डी.एस.पी. हेडक्वार्टर के माध्यम से दोषी को तुरन्त गिरफ्तार करने के आदेश दिये गए। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक शशांक आनंद ने अपने स्वार्थ सिद्ध करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री को गुमराह कर दिया और हमें आपने खुद सूचना दी कि मुझे मुख्यमंत्री ने आरोपी को गिरफ्तार करने से रोक दिया गया है। ऐसा क्यों ?

चौथे सवाल में पुलिस अधीक्षक से सवाल किया गया है कि क्या जब आपने आई.पी.एस. की शपथ ली थी तो क्या आपने अपनी स्वार्थ सिद्धि को सर्वप्रथम रखा था ?क्या आपके आरोपी नवीन बहल व उसकी धर्मपत्नी ऋतु बहल के साथ नजदीकी संबंध है ? यदि नहीं तो फिर पीजीआई में एडमिट आपके नजदीकी रिश्तेदार की तिमारदारी आरोपी वगैरा खुद क्यों व किसकी शह पर की जा रही है। क्या आरोपी कानून से बहुत बड़ा है जो आपने थाना सिविल लाईन में दर्ज अन्य मुकदमा नंबर 602/15 में बिना आरोपी को गिरफ्तार करे उसके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में फाईल कर दी। क्या आपको माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों की भी परवाह नहीं है जो आदेश के बावजूद आज तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है।यशभूषण जैन ने कहा कि इन सात सवालों के जवाब लेने के लिए कल शाम 6 बजे हजारों की संख्या में शहरवासियों के साथ पुलिस अधीक्षक आवास तक कैंडल मार्च करेंगे और अगर पुलिस अधीक्षक ने इन सवालों के जवाब नहीं दिये तो वे शाम को ही दिल्ली के लिए कूच कर जायेंगे और न्याय के लिए संसद भवन के बाहर परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक शशांक आनंद की होगी।