5 Dariya News

राज्यसभा मनोनयन के साथ नवजोत सिंह सिद्धू की राजनीति में वापसी

5 Dariya News

नई दिल्ली 24-Apr-2016

क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू के राज्यसभा में मनोनयन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने काफी आस लगा रखी है। पार्टी को विश्वास है कि सिद्धू के मनोनयन से अगले साल पंजाब में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में उसकी जीत की संभावना बढ़ेगी, साथ ही उच्च सदन में उनके साफ-साफ बोलने का भी पार्टी को लाभ मिलेगा। भापजा के सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के प्रति आलोचनात्मक नजरिए की वजह से सिद्धू पार्टी में हाशिए पर कर दिए गए थे। उन्होंने भी एक रणनीति के तहत खुद को बहुत सक्रिय नहीं रखा। 

सिद्धू वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर अमृतसर से जीते थे। लेकिन, 2014 में पार्टी ने उनकी जगह अरुण जेटली को अमृतसर से टिकट दिया। बताया जाता है कि अकाली दल के दबाव में जेटली ने वहां से नामांकन दाखिल किया था, लेकिन वह हार गए थे। सिद्धू के नामांकन से इन अटकलों पर भी विराम लगा है कि वह अकाली दल के नेतृत्व से चल रही नाराजगी की वजह से आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 

उनकी पत्नी नवजोत कौर अमृतसर पूर्वी क्षेत्र से विधायक हैं और वह कई बार अकाली दल को आड़े हाथों ले चुकी हैं। पंजाब में भाजपा और एसएडी के बीच गठबंधन है और उम्मीद है कि अगले साल विधानसभा चुनाव भी दोनों मिलकर लड़ेंगे। पंजाब के पार्टी प्रभारी और भाजपा उपाध्यक्ष प्रभात झा ने संकेत दिया कि सिद्धू राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाएंगे। झा ने आईएएनएस से कहा कि वह सिद्धू के राज्यसभा में मनोनयन को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखते। इसे राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए क्योंकि सिद्धू देश भर में जाने जाते हैं।उन्होंने कहा, "सिद्धू विश्वस्तरीय क्रिकेटर रहे हैं। वह एक अच्छे कमेंटेटर हैं। बेहतरीन वक्ता हैं। 

राज्यसभा में उनके मनोनयन से न केवल उनकी अपनी, बल्कि उच्च सदन की भी मर्यादा बढ़ेगी।"पंजाब के एक अन्य पार्टी प्रभारी तरुण चुग ने इस फैसले का स्वागत किया है। चुग ने कहा, "जहां तक राज्य की राजनीति में उनकी भूमिका का सवाल है, तो जब समय आएगा तो हमारा केंद्रीय नेतृत्व निश्चित रूप से इस पर ध्यान देगा।" भाजपा के एक नेता ने आईएएनएस को नाम न बताने की शर्त पर कहा कि सिद्धू के राज्यसभा में मनोनयन से पंजाब के सिख-जाट मतदाताओं में अच्छा संकेत जाएगा। 

निश्चित रूप से यह आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका होगा जो उन्हें रिझाने की कोशिश कर रही थी। सिद्धू चुनावों में भाजपा के स्थाई प्रचारकों में रहे हैं। वह लोकप्रिय टी कार्यक्रमों में आते हैं और अपनी हाजिरजवाबी के लिए जाने जाते हैं।सिद्धू उन छह लोगों में शामिल हैं जिन्हें नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्यसभा में मनोनीत किया है।