5 Dariya News

भाजपा व संघ ने योजनाबद्ध तरीके से समाज को बांटने का षड्यन्त्र रचा : भूपेन्द्र सिंह हुड्डा

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चण्डीगढ़ 19-Mar-2016

आज हरियाणा के छः जिलों यमुनानगर, पंचकुला, अम्बाला, कुरूक्षेत्र, करनाल व कैथल के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मुख आक्रामक तेवर दिखाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भाजपा सरकार व संघ पर तीखे हमले किए। कार्यकर्ताओं के अलावा उपरोक्त जिलों के सभी प्रमुख कांग्रेस के नेता भी इस मौके पर मौजूद थे व एक-एक करके सभी ने अपनी मन की बात खुलकर कही। हुड्डा ने अपने सम्बोधन में कहा कि भाजपा व संघ ने योजनाबद्ध तरीके से समाज को बांटने का षड्यन्त्र रचा। लोकतन्त्र में लोगों को अपनी मांग रखने का हक है व इसके लिए आन्दोलन भी करते हैं। आन्दोलन हमारे समय भी हुए, पर हमने उसे दंगों में नहीं बदलने दिया। सरकार के मंत्रियों, विधायकों व वरिष्ठ अधिकारियों तक ने माना कि सरकार आरक्षण आन्दोलन से निपटने व जान-माल की रक्षा करने में विफल रही। अब अपनी विफलता को छुपाने के लिए सरकार कांग्रेस के सिर ठीकरा फोड़ रही है। यदि सरकार इतनी ही आश्वस्त है कि बवाल में कांग्रेस का हाथ है तो सुप्रीम कोर्ट के सेवारत न्यायाधीश से जाँच करवाने में संकोच क्यों कर रही है। उन्होनें कहा कि साँच को आँच नही है। एक दिन भाजपा के षड्यन्त्र व झूठ की पोल खुलकर रहेगी। चण्डीगढ़ पहुंचे कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि वे भाजपा से निपटने का मादा रखते हैं क्योंकि व स्वतन्त्रता सेनानी परिवार से आते हैं। आप मेरी चिन्ता छोड़ समाज में सद्भाव बनाने के काम में जुटें।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी ही है जिसने इस देश को एक रखा व आगे भी एक एक रखने के संकल्प को लेकर चल रही है। पूर्व प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी व राजीव गांधी ने देश की एकता के लिए कुर्बानी दी तथा कांग्रेस सोनिया व राहुल के कुशल नेतृत्व में इन्हीं मुल्यों के लिये लड़ रही है। आज हरियाणा में भाजपा की झूठ का मुकाबला हम सब मिलकर करेंगे। कोई साथी अपने को अलग न समझे। आपको यह समझना होगा कि राजनीतिक दल के रूप में भाजपा किसी भी तरह से विश्वास के काबिल नहीं है। यह केवल झूठ घड़ने व भ्रम फैलाने में माहिर है, इन्होंने तो भगवान गणेश तक को भी दूध पिला दिया था।हुड्डा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने आरक्षण की सच्चाई लोगों के सामने कभी नहीं आने दी। कांग्रेस के समय किसी भी तरह के आरक्षण में कोई छेड़छाड़ नहीं की गई। इसके अलावा स्वर्ण जातियों के गरीबों को आर्थिक आधार पर दस प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की थी। इसके उल्ट भाजपा के कुछ नेता कहते रहे कि आरक्षण लेकर रहेंगे तो अन्य कुछ कह रहे थे कि किसी भी सूरत में आरक्षण नहीं लेने देंगे। 

प्रधानमंत्री- नरेन्द्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की वचनबद्धता पर कार्यवाही होने की बजाय भाजपा नेताओं के जहरीले ब्यानों ने आक्रोश बढ़ाने का काम किया।SYL का जिक्र करते हुए भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बादल सरकार ने संविधान की शपथ लेकर भी राजधर्म नहीं निभाया। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय व आदेश का भी मजाक उड़ाया जा रहा है। इस विषय में भाजपा की चुप्पी शर्मनाक है। ऐसे तो देश की एकता भी खतरे में पड़ सकती है व संघीय ढांचे का स्वरूप ही बदल सकता है। कोई प्रदेश पानी रोकेगा, कोई बिजली बाधित करेगा तो कोई रास्ता रोक कर खड़ा हो जाएगा।इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष फूलचन्द मुलाना ने कहा कि भाजपा देश के टुकड़े-टुकड़े करना चाहती है। यदि धार्मिक आधार पर जहाँ ध्रुवीकरण सम्भव नहीं तो वहाँ जातीय सद्भाव को खण्डीत करना भाजपा की रणनीति का ही हिस्सा है। पूर्व सांसद डा. राम प्रकाश ने ओबीसी आरक्षण का पूरा ब्यौरा देते हुए बताया कि बिना किसी संघर्ष के हुड्डा सरकार ने न केवल उनके आरक्षण को बचाए रखा बल्कि कलास-1 व कलास-2 में आरक्षण दिया। भाजपा ने तो केवल काल्पनिक सवाल खड़े होने दिये व लोगों से आरक्षण की सच्चाई छुपाये रखी। डा. साहब ने कहा कि SYL पर हरियाणा विधान सभा में पंजाब की हठधर्मी के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव तक पारित न करना शर्मनाक है। 

पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने हरियाणा के लोगों ने भाजपा सरकार की विफलता आरक्षण आन्दोलन से पहले व बाद में भी कदम-कदम पर देखा है। आन्दोलन से पहले जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री को जन-समर्थन मिल रहा था, उससे सरकार की चूलें हिल गई। इसलिए योजना बनाकर एक खास इलाके को खास मकसद के साथ टार्गेट किया गया व आरक्षण की आड़ में सरकार की शह पर दंगा फसाद करवाने की साजिश रची गई। SYL पर चर्चा करते हुए उन्होनें कहा कि यह दो पार्टियों की लड़ाई नही है बल्कि दो प्रदेशों के हक की लड़ाई है। पूर्व शिक्षा मन्त्री गीता भुक्कल ने कहा कि जिस नेता व पार्टी के संग जनता हो, कोई षड्यन्त्र उन्हें कमजोर नहीं कर सकता। पूर्व मन्त्री H.S. Chatha ने कहा कि आरक्षण आन्दोलन के दौरान लोगों को बचाने वाला सरकार की ओर से कोई नहीं था। इस दौरान उनके साथ विभिन्न बिरादरियों से रघुवीर सिंह कादयान, विधायक एवं पूर्व स्पीकर, कर्ण सिंह दलाल, पूर्व मंत्री,  भीम मेहता, पूर्व मन्त्री, सुभाष चौधरी, पूर्व मंत्री, निर्मल सिंह, पूर्व मंत्री, कैलाशो सैनी, पूर्व सांसद, रामकिशन गुज्जर, पूर्व सीपीएस, अर्जुन सिंह, पूर्व विधायक, रमेश गुप्ता, पूर्व विधायक, अनीता यादव, पूर्व सीपीएस, रामकिशन गुज्जर, पूर्व सीपीएस, खुशीराम जागलान, सरदार त्रिलोचन सिंह, नरेन्द्र त्यागी, प्रदीप चैधरी पुण्डरी, रतीराम, रोड प्रधान, डा. जोगेन्द्र वाल्मीकि, अमनजीत धीमान, ब्रिजपाल छप्पर, राजकुमार सैनी, पूर्णचन्द गोयल, रिछपाल-गडरीया समाज, कर्मपाल राणा, रंजीता मेहता, गुरदयाल पुरी, ज्ञानचन्द औड, जगदीश गर्ग, जाकिर हुसैन, मोहन लाल भांवरा, जोगेन्द्र चैहान, सतपाल कौशिक, मूला राम, कृष्ण त्यागी, डा. मुदगील, भरत शर्मा, कालिया, सुरेन्द्र कुमार, बलिन्द्र यमुनानगर, चमन, मग्गर सरपंच, राजीव गोयल कुरूक्षेत्र, परमजीत गुम्बर, सुभाष मेहला, बलजीत लाडवा आदि ने भी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।