पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कमल नाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री नामज़दकिये जाने के बाद 1984 के दंगों के मुद्दे का सियासीकरन करने के लिए शिरोमणि अकाली दल की तीखी आलोचना की है।अकाली विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद इस मसले पर विधानसभा में ध्यान आकर्षण प्रस्ताव पर दख़ल देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि जहाँ तक पूर्व केंद्रीय मंत्री के विरुद्ध दोषों का सम्बन्ध है, उसमें कानून अपना रास्ता अपनाएगा।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पहली बार दोषों के सामने आने के बाद कमल नाथ 10 वर्ष से अधिक समय तक केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उन्होंने कहा कि नानावती आयोग की रिपोर्ट में सीनियर कांग्रेसी नेता संबंधी तुच्छ हवाले को इस मामले में उनकी भागीदारी नहीं मानी जा सकती। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकेला कानून ही किसी व्यक्ति की भूमिका संबंधी फ़ैसला कर सकता है और किसी को भी अपने राजनैतिक हितों के लिए 1984 दंगों के नाजुक मुद्दे पर फ़ायदा नहीं उठाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने कमल नाथ को गुलदस्ता भेंट करते हुए प्रकाश सिंह बादल की तस्वीर के अलावा सुखबीर सिंह बादल और परमिन्दर सिंह ढींडसा की पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ मीटिंग संबंधी भी एक तस्वीर दिखाई। इसके साथ उन्होंने अकाली नेताओं द्वारा अपने संकुचित राजनैतिक हितों के लिए मुद्दे का सियासीकरन करने के तथ्यों को उभारा।