हिमत, जोश, लगन और मेहनत किसी भी मंजिल को आसान कर देती है और क्षेत्र चाहे कोई भी क्यों न हो, अगर पूरी दृढ़ता के साथ उस क्षेत्र में काम किया जाए, तो सफलता जरूर कदम चूमती है। यह सब कुछ साबित करके दिखाया है बटाला के निकटवर्ती गांव भामड़ी के नौजवान किसान हरिंदर सिंह रियाड़ ने। किसान हरिंदर सिंह रियाड़ ने खेतीबाड़ी विभाग के साथ मिलकर पूरी लगन और मेहनत से अपने खेतों में सफलता की ऐसी इबारत लिखी है कि अब इलाके भर में उसकी सफलता और मेहनत की मिसाल दी जाती है। नौजवान किसान हरिंदर सिंह रियाड़ जिसके पास 47 एकड़ अपनीखेती है और 40 एकड़ जमीन उसने ठेके पर ली हुई है। हरिंदर सिंह जोकि कृषि क्षेत्र में कुछ नया करने की चाह रखता था, ने कृषि विभाग के विशेषज्ञों से राबता किया और उनकी सलाह को अपने खेतों में उतारना शुरु कर दिया। सबसे पहले हरिंदर सिंह ने खेती विभिन्नता को अपनाया और गेहूं, धान के फसली चक्कर में निकलते उसने अन्य फसलों जैसे दाल की काश्त, गन्ने की काश्त और सब्जियों की काश्त करनी शुरु की। किसान हरिंदर सिंह रियाड़ ने अभी निकले गेहूं के सीजन दौरान अपने खेतों में 6 एकड़ काले चने, 3 एकड़ मसर, 2 एकड़ राजमां, 2 एकड़ मूंगी, 2 एकड़ सरसों व तोरिया और 2 एकड़ चिकंदर की काश्त की थी, जिसको उससे अच्छा झाड़ व अच्छा मुनाफा मिला है। दालों के मंडीकरण संबंधी किसान हरिंदर सिंह ने बताया कि वो दाल मंडी में बेचने की जाए सीधा बाजार में या ग्राहकों को बेचते हैं, जिससे उसे अच्छा लाभ व ग्राहक को फायदा मिलता है। किसान हरिंदर सिंह रियाड़ ने कहा कि साऊनी सीजन में वो इस बार 40 एकड़ धान लगा रहा है, जिसमें कम पानी वालीऔर जल्दी पकने वाली किस्म 1509 की बिजाई कर रहा है।
वो धान की सीधी बिजाई भी कर रहा है, ताकि पानी की खपत को कम किया जा सके। इसके अलावा वो अलग-अलग मौसमी सब्जियों की भी काश्त कर रहा है। किसान हरिंदर सिंह अक्सर ही दोहरी फसलोंं की बिजाई करते हैं, जिससे उससे लाभ मिल जाता है। किसान हरिंदर सिंह ने बताया कि उसने इलाके के और दस किसानों के साथ मिलकर एक ग्रुप बनाया है, जिनके साथ मिलकर कृषि औजारों का बैंक बनाया है। उन्होंने बताया कि कृषि औजार बैंक में उन्होंने 25 लाख के अलग-अलग कृषि औजार खरीदे थे, जिनमें 1 ट्रैक्टर, 3 हैपीसीडर, 2 रोटावेटर, 4 जोड़े तवे, रीपर तूड़ी वाला, 2 उलटावे हल, लेजर, 1 मल्टी क्राप बैंड प्लांटर, खाद खिलारने वाली मशीनें शामिल हैं। किसान हरिंदर सिंह ने बताया कि 25 लाख के कृषि औजार खरीदने पर पंजाब सरकार द्वारा उन्हें 10 लाख रू की सब्सिडी दी गई है। उन्होंने बताया कि वो इन कृषि औजारों से जहां अपनी खेती करते हैं, वहीं वो दूसरे किसानों को किराये पर औजार देते हैं, ताकि किसान भी इन उन्नत औजारों से खेती कर सकें। किसान हरिंदर सिंह द्वारा गन्ने की भी खेती की जाती है, उस द्वारा गन्ने की पनीरी तैयार करके दूसरे किसानों को बेची जाती है, जिससे उसे अच्छा मुनाफा हो जाता है। इसके अलावा वो सब्जियों की भी पनीरी भी तैयार करता है। कुछ नया करने की चाहत में किसान हरिंदर सिंह रियाड़ निरंतर नई कृषि खोज के अलावा कृषि विभाग से राबता रखते हैं, समय समय पर कृषि विशेषज्ञों की सलाह भी लेते हैं। किसान हरिंदर सिंह रियाड़ अपनी सफलता के पीछे कृषि विभाग के विशेषज्ञों के योगदान को मानता है, जिन्होंने सदैव उसे सही सलाह दी है।