पंजाब विजीलेंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार के दो अलग अलग मामलों में पावरकोम सरायबंजारा में तैनात एक सहायक लाईनमैन और सिविल अस्पताल फिऱोज़पुर में तैनात मैडीकल अफ़सर और वार्ड सरवेंट के विरुद्ध रिश्वत के मामलों में पर्चा दर्ज किया गया है। इस संबंधीत जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पावरकोम सरायबंजारा में तैनात एक सहायक लाईनमैन अमरीक सिंह को शिकायतकर्ता बलदेव सिंह निवासी गाँव खेड़ा, फतेहगढ़ साहिब की शिकायत पर 7000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया गया है। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को अपनी शिकायत में दोष लगाया कि उक्त लाईनमैन की तरफ से उसकी ज़मीन पर आँधी से टूटे खंबे को बदलने के लिए 7000 रुपए की माँग की गई है। विजीलैंस द्वारा शिकायत की जांच के उपरांत उक्त सहायक लाईनमैन को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में 7,000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ लिया गया।
एक अन्य रिश्वत लेने के मामले में सिविल अस्पताल फिऱोज़पुर शहर में तैनात मैडीकल अफ़सर डाक्टर वरुण कुमार और वार्ड सरवेंट जगसीर सिंह दर्जा चार के खि़लाफ़ शिकायतकर्ता कारज सिंह निवासी गाँव रूकना बेगू जि़ला फिऱोज़पुर की शिकायत पर पर्चा दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को अपनी शिकायत में दोष लगाया कि उक्त वार्ड सरवेंट द्वारा डाक्टर वरुण की तरफ़ से डाक्टरी रिपोर्ट उसके हक में लिखने के बदले 10,000 रुपए की माँग की गई है। विजीलेंस द्वारा शिकायत की जांच के उपरांत उक्त वार्ड सरवेंट को अस्पताल के अंदर ही दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में 10,000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ लिया परंतु जब उसको उक्त डाक्टर को रिश्वत के पैसे देने के लिए वार्ड की ओर लेजाया जा रहा था तब वह झांसा देकर मौके से फऱार हो गया। उक्त सभी दोषियों के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत फिऱोज़पुर और पटियाला स्थित विजीलैंस ब्यूरो के थाने में मुकदमे दर्ज करके अगली कार्यवाही आरंभ कर दी गई है।