पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने पी.एस.पी.सी.एल ग्रिड, गाँव रोहड़ जागीर, जि़ला पटियाला में तैनात सहायक जूनियर इंजीनियर और खन्ना निवासी एक प्राईवेट व्यक्ति को रिश्वत के दो अलग -अलग मामलों में रंगे हाथों गिरफ़्तार किया है।इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जे.ई सुखजिन्दर गिर को शिकायतकर्ता रणजीत सिंह निवासी गाँव पठान माजरा, जि़ला पटियाला की शिकायत पर 2,000 रुपए की रिश्वत लेती रंगे हाथों काबू किया गया है। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को अपनी शिकायत में दोष लगाया कि उसके कृषि योग्य ज़मीन पर लगे बिजली के खऱाब ट्रांसफार्मर को बदलने के बदले जे.ई 2,000 रुपए की माँग कर रहा है। बताने योग्य है कि दोषी जे.ई उक्त ट्रांसफार्मर की मुरम्मत के बदले पहले भी 3000 रुपए रिश्वत के तौर पर ले चुका है।विजीलैंस की तरफ से शिकायत की जांच के उपरांत उक्त दोषी जे.ई को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में 2,000 रुपए की रिश्वत लेती पकड़ लिया।एक अन्य भ्रष्टाचार केस में खन्ना निवासी रमनदीप सिंह आहलूवालीया को नगर कौंसिल खन्ना के ठेकेदार अम्बिका पंडित की शिकायत पर 50,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को अपनी शिकायत में दोष लगाया कि दोषी रमनदीत सिंह आहलूवालीया की तरफ से उसे नगर कौंसिल की तरफ से अलॉट किये कामों संबंधी विजीलैंस ब्यूरो से जांच करवाने का डरावा देकर कुल ठेके के कामों का 1 फीसदी के हिसाब से 1,10,000 रुपए की रिश्वत माँग रहा है। बताने योग्य है कि ठेकेदार की तरफ से उक्त दोषी रमनदीप सिंह को पहले ही 10,000 रुपए रिश्वत के तौर पर ले चुका है। विजीलैंस के उडऩ दस्ते की तरफ से शिकायत की जांच के उपरांत उक्त दोषी रमनदीप सिंह को आज दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में पहली किश्त के 50,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोनों दोषियों के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पटियाला और उडऩ दस्ता मोहाली स्थित विजीलैंस ब्यौरो के थानों में मुकद्मे दर्ज करके आगली कार्यवाही आरंभ कर दी है।