मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज आशा व्यक्त की कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर के लोगों के दर्द और घावों के स्थायी समाधान को खोजने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे। आज यहां श्रीनगर सेमी रिंग रोड परियोजना की अरधार शिला रखने तथा 330 मेगावॉट किशनगंगा पन बिजली परियोजना के उदघाटन के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में सुरक्षा संचालन पर एकतरफा रोक लगाने की घोषणा के लिए प्रधान मंत्री का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा ‘यह निश्चित रूप से एक बड़ा कदम है जिसके लिए हिम्मत की आवश्यकता है और आपने इसे काफी हद तक प्रदर्शित किया है। न केवल राजनीतिक दलों, राज्य में हर मां अपने घावों पर मलहम लगाने के लिए आभारी है’। उन्होंने प्रधान मंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के लोग सड़क पर इसके जवाब में दस कदम चलने के लिए तैयार हैं शांति और उन्हें हिंसा की चतुराई से बाहर निकालना। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 330 मेगावॉट किशनगंगा पन बिजली परियोजना का उद्घाटन किया जो लगभग 6000 करोड़ रु की लगात से तैयार हुई है। उन्होंने श्रीनगर शहर के लिए सेमी रिंग रोड परियोजना की नींव रखी, जिसकी पर लगभग 2000 करोड़ रुपये लागत आएगी।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदम ने प्रधान मंत्री की राजनीति में राज्य के लोगों की आशा और विश्वास बढ़ाया है। उन्होंने अतीत में पाकिस्तान के साथ संबंधों को सुधारन के लिए प्रधान मंत्री की कई पहलों की गणना करते हुए कहा, ’यहां पर लोग मानते हैं कि वह (प्रधान मंत्री) हैं जिन्होंने इस साहसिक कदम को उठाया और यह केवल वही हो सकता है जिनके पास जम्मू-कश्मीर के लोगों को इस स्थिति से बाहर ले जाने की शक्ति है’।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार का गठबंधन (एओए) का एजेंडा राज्य के सामने आने वाले मुद्दों और समस्याओं का समाधान करने के लिए पिछले 70 वर्षों में आम सहमति राजनीतिक दस्तावेज के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा, ‘जब आप (प्रधान मंत्री) और स्व मुफ्ती साहिब ने राज्य के लिए एक रोडमैप खींचा, तो धीरे-धीरे जम्मू-कश्मीर के सामने आने वाले मुद्दों को हल करने के लिए यह आम सहमति राजनीतिक दस्तावेज बन गया।’उन्होंने कहा कि एओए में सब कुछ शामिल किया है जो राज्य के लोगों के मुद्दों को हल करने के लिए होता है। इसके कार्यान्वयन पर आगे बढ़ने के लिए बल देते हुए उन्होंने कहा, ’शरणार्थियों का पुनर्वास, क्रॉस एलओसी मार्गों का खोलना, संवाद, शारदा पीठ खोलने, सिंधु जल संधि के नुकसान का मुआवजा, इसमें यह भी है।’
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि एक संवेदनशील राज्य होने के नाते, राजनीतिक गतिविधियां विकास पर हावी हो जाती है और इस तरह की आवश्यकता होती है। उन्होंने पीएमडीपी या अन्य योजनाओं के संदर्भ में उदार सहायता के लिए केंद्र का धन्यवाद किया, जिसका उद्देश्य राज्य के विकास को तेजी से पेश करना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जल्द ही वैलू-सिंघपोरा सुरंग पर काम शुरू होगा और साधना और राजधानी जैसे अन्य सुरंगों को भी निश्पादन के लिए विचार किया जाएगा।राज्यपाल एन एन वोहरा, केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री कंविंद्र गुप्ता, केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आर के सिंह, पीएमओ में राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, लोक निर्माण एवं संस्कृति मंत्री नईम अख्तर, ऊर्जा मंत्री सुनील शर्मा, अन्य मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग, विधायक, मुख्य सचिव बी बी व्यास, पुलिस महानिदेशक डॉ एस पी वैद,एनएचपीसी, एनएचएआई और राज्य सरकार के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।