उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आज लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि विज्ञान और चिकित्सा के इस्तेमाल में युवा पेशेवरों को प्रशिक्षण देना पुण्य का कार्य है। उन्होंने कहा, ‘आप न केवल छात्रों को ज्ञान दे रहे हैं और उन्हें कौशल को आत्मसात करने में मदद कर रहे हैं, बल्कि मूल्यों के समावेशन को भी बढ़ावा दे रहे हैं। संयम, समझ, सहानुभूति और उपशामक भाव तथा कुशल आकलन चिकित्सा में सफल करियर के लिए महत्वपूर्ण है।’उप राष्ट्रपति ने कहा कि निजी क्षेत्र को न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में शहरों और गांवों के बीच की खाई को पाटने में सरकार के प्रयासों में मदद करनी चाहिए, बल्कि अधिक मानवीय और लोकहितैषी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। साथ ही यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चिकित्सा सेवा सस्ती और सुगम्य हो। श्री नायडू ने आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के लिए सरकार की सराहना की, जिससे 50 करोड़ गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सार्वभौमिक चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सकेगी। छात्रों को बधाई देते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि आज स्नातक हुए छात्रों को हमेशा अपना कौशल और ज्ञान बढ़ाते रहना चाहिए। उन्हें समाज और जिन मरीजों का इलाज कर रहे हैं, उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियों को नहीं भूलाना चाहिए। आपके प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य जनता की सेवा है और गरीबी इसके बीच में नहीं आनी चाहिए। चौबे ने 81 स्नातकोत्तर और 175 स्नातक छात्रों को डिग्री प्रदान की। उन्होंने विशेष योग्यता प्राप्त छात्रों को 38 पदक और पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर डीजीएचएस डॉ. प्रमिला गुप्ता और अपर स्वास्थ्य सचिव श्री संजीव कुमार और एलएचएमसी के निदेशक डॉ. राजीव गर्ग के अलावा वरिष्ठ अधिकारी और संस्थान के प्राध्यापक भी मौजूद थे।