''मैं आपसे वादा करता हूँ कि मैं कभी भी भ्रष्टाचारी गतिविधियों में हिस्सा नहीं लूँगा और आपको भी मेहनत और इमानदारी के साथ काम करने की सलाह देता हूँ। जो भी अफ़सर श्रमिक चाहे वह निर्माण श्रमिक हो या औद्योगिक क्षेत्र से सम्बन्धित कामगार, की समस्याएँ सुलझाने के लिए पूरी निष्ठा से प्रयासरत होंगे उन अफसरों का विभाग की तरफ से सम्मान किया जायेगा। ये विचार पंजाब के श्रम मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आज यहाँ करिड्ड संस्था में श्रम विभाग के समस्त विंगों की पहली मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये।एक सरकारी प्रवक्ता द्वारा दी जानकारी के अनुसार इस मीटिंग के दौरान श्रम मंत्री ने विभाग द्वारा कामगार वर्ग की भलाई हित चलाईं जा रही स्कीमों का विस्तृत जायज़ा लिया। इस मौके पर श्रम विभाग के प्रमुख सचिव श्री संजय कुमार ने श्रम मंत्री को हरेक स्कीम संबंधी विवरण सहित अवगत करवाया।इस मौको पर स. बलबीर सिंह सिद्धू ने अफसरों को तरजीही ओहदों पर तैनाती हित ज़ोर लगाने से परहेज़ करने की सलाह दी तो कहा कि सब तरक्कियाँ और तैनातियां केवल योग्यता के आधार पर होंगी इसलिए समूह अफसरों को अपने पूरी सामथ्र्य के अनुसार मेहनत करनी चाहिए। मीटिंग के दौरान उन्होंने समूह अफसरों को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि सभी पात्र कामगारों का पंजीकरण निर्धारित समय में किया जाये जिससे विभाग की विभिन्न स्कीमों के अंतर्गत वित्तीय लाभ उनको मुहैया करवाए जा सके।प्रवक्ता ने आगे बताया कि मीटिंंग के दौरान श्रम मंत्री के ध्यान में ईएसआई डिस्पैंसरियों में स्वास्थ्य से सम्बन्धित सेवाएं प्रदान करने के ढांचे की ख़ामियोँ का मामला लाया गया, जिस पर उन्होंने चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा कि वह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री ब्रह्म मोहिंद्रा के साथ मुलाकात करके यह मुद्दा उठाऐंगे और ईएसआई डिस्पैंसरियों में ढांचे के नवीनीकरन और अपेक्षित मात्रा में कर्मचारी तैनात करने के लिए विनती करेंगे जिससे कामगार वर्ग को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें।इस मौके पर मीटिंग में श्रम कमिश्नर, पंजाब श्री टी.एस धालीवाल, अतिरक्ति डायरैक्टर फैक्ट्रीज़ श्री सोढी मल, अतिरिक्त श्रम कमिश्नर श्रीमती मोना पुरी, संयुक्त डायरैक्टर फैक्ट्रीज़ श्री एमपी बेरी के अलावा समूह जि़लों से लेबर कम कंसिलिएशन अफ़सर, सहायक डायरैक्टर फैक्ट्रीज़ डिप्टी डायरैक्टर फैक्ट्रीज़ भी मौजूद थे।