यह पंजाब के लिए एक ऐतिहासिक पल है जब उसके दो शहरों ने स्वच्छता मापदण्डों के मामलो में राष्ट्रीय स्तर पर बाज़ी मारी है। पटियाला क्षेत्र के शहर भादसों को 1 लाख से नीचे की आबादी के शहर के पक्ष से उत्तरी भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। पंजाब के ही एक अन्य शहर मुनक को सिटिजऩ फीडबैक अर्थात लोगों की राय के पक्ष से उत्तरी भारत का सर्वोत्तम शहर घोषित गया है। उत्तरी भारत में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली शामिल हैं।यह ध्यान देने योग्य है कि भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण -2018 जोकि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं शहरी मामलों के मंत्रालयों की ओर से करवाया गया था, के नतीजे घोषित कर दिए गये हैं। बीते वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण भारत भर के 1 लाख या उससे अधिक आबादी वाले 434 शहरों में करवाया गया था। इस सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले पंजाब के 16 शहरों में से मोहाली को 121वां स्थान हासिल हुआ जबकि बाकी कुछ अन्य शहरों का प्रदर्शन सन्तोषजनक नहीं रहा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में भारत भर के 4203 शहरों को सेवाओं के स्तर पर की कारगुज़ारी, लोगों द्वारा अभिव्यक्ति राय और सीधे तौर पर परख करने के 3 मापदण्डों के पक्ष से जांचा गया था।
पंजाब के स्थानीयनिकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य की इस शानदार कामयाबी के लिए विभाग के अफसरों विशेषकर प्रमुख सचिव श्री ए. वेणूं प्रसाद और मिशन डायरैक्टर श्री अजोय शर्मा को बधाई दी है।स्थानीयनिकाय विभाग के प्रमुख सचिव श्री ए. वेणूं प्रसाद ने कहा कि यह कामयाबी स. नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से पंजाब भर में सफ़ाई और स्वच्छ भारत मिशन को दी गई प्रथमिकता और पंजाब को साफ़ और हरियाली भरपूर बनाने पक्ष से दिए गये नेतृत्व का निष्कर्ष है। उन्होंने इस प्राप्ति के लिए भादसों और मुनक शहरों की प्रशंसा करते हुए यह उम्मीद ज़ाहिर की कि जब आने वाले दिनों में समूचे शहरों की रैंकिं ग सार्वजनिक हो जायेगी तो पंजाब के अन्य शहर भी उत्तरी जोन में उच्च स्थान हासिल करने वाले शहरों में शुमार हो जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह शानदार नतीजे लोगों की तरफ से सफ़ाई के उच्च मापदण्डों को अपनाने संबंधी जागरूक होने और स्वच्छ भारत मिशन को अपनाकर शहरी स्थानीय निकाय स्तर पर राज्य के शहरों को कूड़े-कर्कट से मुक्त बनाने की गवाही देते हैं।उन्होंने भारत सरकार की तरफ से हाल ही में शुरू की 'स्टार रेटिंग ऑफ सिटीज़ स्कीम संबंधी भी प्रकाश डाला जिसके अंतर्गत सफ़ाई और स्वच्छ भारत मिशन के मापदंडों पर देशभर के शहरों को 1 से 7 के पैमाने पर दर्जाबंदी दी जायेगी।