पंजाब राज्य के लिए फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में बड़ी नामी कंपनियाँ एक वरदान के रूप में उभर रही हैं क्योंकि राज्य में दिनो दिन उद्योग समर्थकी बन रहे माहौल के चलते यहाँ नये कारोबार और व्यापार विकास नीति के अंतर्गत नये उद्योग स्थापित करना और अधिक आसान और लाभप्रद हो गया है। पैप्सीको और आई.टी.सी.लिम. जैसी नामी कंपनियों ने राज्य के एग्रो फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में अपना निवेश और बढ़ाने का ऐलान किया है।पैप्सीको इंडिया के प्रतिनिधि श्री रिंकेश सतीजा ने पंजाब सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री सुन्दर शाम अरोड़ा को कहा कि वह पंजाब में स्नैक्स तैयार करने वाले उद्योगों में निवेश करेंगे और राज्य में अन्य नये यूनिट स्थापित करने के लिए भी तैयार हैं।उन्होंने पंजाब सरकार की नई औद्योगिक नीति और सी.आई.आई. और पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी की साझेदारी से बनाऐ अपनी किस्म के पहले पंजाब कृषि और खाद्य सम्मेलन की भी प्रशंसा की।उन्होंने नियमित तौर पर एसे सम्मेलन करने का सुझाव दिया। आई.टी.सी.लिम. के श्री संजय सिंघल ने कहा कि कंपनी ने हाल ही में नये जूस और बिस्कुट लांच किये हैं और जल्द ही वह डेयरी सैक्टर में निवेश करेंगे। उन्होंने राज्य में फलों और सब्जियोँ के उत्पादन में विस्तार करने का सुझाव भी दिया।सुखजीत स्टार्च एंड कैमीकलज़ लिम. के श्री भवदीप सरदाना ने पंजाब सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की और जानकारी दी कि वह फगवाड़ा में मेगा फूड पार्क स्थापित कर रहे हैं।
उन्होंने उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री को राज्य में चावल और गेहूँ की बजाय मक्का का उत्पादन बढ़ाने की अपील भी की।क्रैमिका फूड इंडस्ट्रीज लिमिटड के श्री अक्षय बैक्टर ने कहा कि पंजाब की नयी उद्योग और व्यापार नीति उद्योग समर्थकी है। उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा ट्रक यूनियनें भांग करने और पंजाब एग्री एंड फूड कॉन्क्लेव का आयोजन करने की भी प्रशंसा की। सम्मेलन के दौरान श्री सुन्दर शाम अरोड़ा ने कहा कि वर्ष 2016 -17 के दौरान कृषि और इससे सम्बन्धित गतिविधियों ने राज्य की जी.डी.पी. में 27.38 प्रतिशत योगदान डाला है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में 4.2 मिलियन हैक्टेयर भूमि कृषि अधीन है, जोकि देश के कुल कृषि योग्य क्षेत्रफल का केवल 3 प्रतिशत बनता है। जिसमें देश का 19 प्रतिशत गेहूँ, 10 प्रतिशत चावल, 10 प्रतिशत दूध, 20 प्रतिशत शहद, 48 प्रतिशत खुंब और 5 प्रतिशत कपास का उत्पादन किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य फूड प्रासैसिंग उद्योग में विकसित होने और कृषि उत्पादों के निर्यात में विश्व नेता बनने का प्रयास कर रहा है। यह सम्मेलन एग्रो मार्किटिंग सुधारों, कृषि बुनियादी ढांचों के विकास और पंजाब में मेगा फूड पार्क स्थापित करने के लिए एक प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करेगा।इसके बाद दोपहर में, खाद्य क्षेत्र में अवसरों और चुनौतियों संबंधी एक सैशन आयोजित किया गया था, जोकि इस क्षेत्र से संबंधित उद्योग द्वारा सामना की जा रही मुश्किलों पर केंद्रित था। प्रवक्ता ने आगे बताया कि राज्य विभिन्न स्कीमों जैसे कि कोल्ड चेन, किसान संपदा योजना, एग्रो कलस्स्टर और अन्य योजनाओं में किस तरह प्राईवेट सैक्टर के उद्यमियों को प्रोजैक्ट विकास सहायता प्रदान कर सकता है। अंतिम सैशन खाद्य श्रृंख्ला पर आधारित था।