17 मई को शुरू होने वाले रमजान महीने में मुस्लिम समुदाय की समय प्रबंधन में मदद करने के लिए आर्यन्स कॉलेज ऑफ इन्जिनियरिंग की कम्पयूटर साईंस ब्रांच की आर्यन्स जम्मू-कश्मीर की चार लडकियों ने ''रमजान एप्प को दोबारा लाउंच किया है। रमजान करीम-2018 के अन्र्तगत एप्प में आवश्यक बदलाव कर दिए गए है। यह एप्प मुस्लिम समुदाय को रमजान महीने में उपवास के दौरान आने वाली समस्याओं का समाधान करने में मदद करेगी। इस एप्प रमजान सीजन में सुबह सहर के समय और शाम को इफतार के समय के साथ अपडेट किया गया है। इस एप्प में एक ऑटोमैटिक अलार्म है जो सुबह सहर के समय जगाने के लिए और शाम को इफतार के समय अपने आप ही बज जाएगा। यह एप्प गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। श्रीनगर की रहने वाली महविश रशीद और बिस्मा प्रवीण जबकि जम्मू की रहने वाली पूजा सफाया और मानसी सलारिया ने इस एप्प को विकसित करके एक दूसरे के धर्म के लिए धार्मिक विश्वास, भाईचारे और सम्मान का उदाहरण पेश किया है जिससे पूरे समुदाय को समय प्रबंधन में मदद मिलेगी। आर्यन्स ग्रुप के चेयरमैन, डॉ अंशु कटारिया ने कहा कि आर्यन्स हमेशा अपने विद्यार्थियों को खोजों और लाईव प्रौजेक्ट पर काम करने के लिए प्रेरित करता है जो उनमें और समाज में क्रान्ति ला सकते है। उन्होने आगे कहा कि कश्मीरी विद्यार्थियों के अन्दर नई खोजें करने का एक स्पार्क होता है इसलिए आर्यन्स उन्हे उनके आइडिया के लिए हमेशा स्पोर्ट करता है। विद्यार्थियों ने कहा कि यह एप्प उन मुस्लिम लोगों की समस्याओं का समाधान करेगा रमजान के शुभ महीने में विभिन्न भौतिक और जैविक कारकों के कारण सेहरी के समय में मुश्किलों का सामना करना पडता है।
जेके गल्र्स ने कहा कि यह हमारे समुदाय के लिए हमारी तरफ से एक छोटी सी पहल है। यह उल्लेखनीय है कि इससे पहले, आर्यन्स के विद्यार्थियों ने पांच प्रमुख अविष्कार किए है जैसे कि ''आर्यन्स एंडरोयड एप्प जिसे कैम्पस को पेपर फ्री करने के लिए विकसित किया गया था, ''आर्यन्स सेव कश्मीर एप्प जिसे कश्मीर में बाढ के दौरान बचाव अभियान के लिए विकसित किया गया था, ''आर्यन्स लाईफ सेविंग गल्बस जिसे हृदय घात के खतरे वाले लोगों को समय पर सहायता पहुंचाने के लिए विकसित किया गया, ''आर्यन्स सेटी हैल्मेट जिसे कंस्ट्रक्शन/माईनिंग/इण्डस्ट्रीयल साईट पर दुर्घटना होने की स्थिति में तुरन्त फस्र्ट एड पहुंचाने के लिए तैयार किया गया था, ''इमुंशी-एडवोकेट डायरी एंडरोयड एप्प जो वकीलों को महत्वपूर्ण कोर्ट तिथियों और केसिस आदि के बारे में अलार्म के माध्यम से याद दिलाएगी। इन एप्पस को विभिन्न सरकारी स्त्तरों पर लाउंच किया गया और सराहा गया। यह उल्लेखनीय है कि आर्यन्स जेके के विद्यार्थियों के लिए एक पसन्दीदा जगह बन गया है। चण्डीगढ के नजदीक और कश्मीर के बाहर आर्यन्स एकमात्र एक ऐसा कैम्पस है जिसमें ज्यादातर विद्यार्थी जम्मू और कश्मीर से है। कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से 1800 से अधिक जेके विद्यार्थी अलग-अलग कोॢसस में शिक्षा प्राप्त कर रहे है जिनमें बी.टैक, लिट, एलएल.बी, बीए-एलएल.बी, एमबीए, बीबीए, बीसीए, बी.कॉम, बी.एससी (एग्री), जीएनएम, एएनएम, बी.एड, एमए (एजुकेशन), बी. फार्मेसी, डी. फार्मेसी, पॉलीटैक्नीक डिप्लोमा आदि शामिल है।