भारत और चीन ने शनिवार को अफगानिस्तान में एक संयुक्त आर्थिक परियोजना पर सहमति जताई। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच यहां दो दिवसीय शिखर वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच यह सहमति बनी है। वुहान (चीन), 28 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत और चीन ने शनिवार को अफगानिस्तान में एक संयुक्त आर्थिक परियोजना पर सहमति जताई। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच यहां दो दिवसीय शिखर वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच यह सहमति बनी है। शिखर बैठक में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद का मसला भी सामने आया, जिसपर मोदी और शी ने अपनी-अपनी सेना को रणनीतिक मागदर्शन प्रदान करने का फैसला किया, ताकि 2017 में डोकलाम में उत्पन्न सैन्य गतिरोध जैसी स्थिति को रोका जा सके। भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने यहां कहा, “दोनों नेताओं ने उचित, विश्वसनीय और सही मायने में स्वीकार्य समाधान प्राप्त करने के अपने प्रयासों में विशेष प्रतिनिधियों के कार्य का अनुमोदन किया।
उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि इस बीच भारत-चीन सीमा के सभी इलाकों में अमन व शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है।”उन्होंने बताया, “दोनों नेताओं ने यह फैसला किया कि वे अपनी-अपनी सेना को रणनीतिक निर्देश जारी करेंगे, ताकि विश्वास बहाली के विभिन्न उपायों को अमल में लाने की दिशा में उनके बीच भरोसा और तालमेल बनाने के लिए संवाद बढ़ाया जाए। दोनों देशों के बीच सीमांत क्षेत्रों की परिस्थितियों को संभालने के लिए मौजूद संस्थागत तंत्रों को मजबूत करने पर पहले ही सहमति जताई जा चुकी है।”इससे पहले शनिवार को मोदी और शी के बीच दूसरे दौर की वार्ता शुरू होने पर दोनों नेता ईस्ट लेक के किनारे साथ-साथ टहलते नजर आए। दोनों देशों के प्रमुखों ने शुक्रवार को इस बात पर सहमति जताई कि वैश्विक उन्नति के लिए दुरुस्त द्विपक्षीय संबंध महत्वपूर्ण है।