पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ईरा$क में आईएसआईएस द्वारा मारे गये भारतीय बंधकों के मृत अवशेषों को वापिस लाने के मुद्दे पर आगे की कार्यवाही करने हेतु विदेश राज्य मंत्री श्री वी के सिंह से बात की है।मुख्यमंत्री जिन्होंने इस मुद्दे पर पहले केन्द्रीय विदेश मंत्री को पत्र भी लिखा और उनसे दूरभाष पर बात भी की थी, ने आज यहां विधानसभा में पत्रकारों को बताया कि श्री वी के सिंह ने उनसे कहा है कि मारे गये लागों के मृत अवशेषों को भारत पहुंचने में लगभग एक सप्ताह का समय लग जाएगा।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मीडिया द्वारा पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मारे गये लोगों के मृत अवशेषों के ताबूतों की अमृतसर में पहुंचने की संभावना है क्योंकि इनमें से अधिकतर लोग पंजाब के माझा और दोआबा क्षेत्रों के रहने वाले थे।उन्होंने बताया कि मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए उनके मृतक देह परिवारों को सौंपने के लिए राज्य सरकार की तरफ से सभी आवश्यक प्रबंध किये जा रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार मृतकों के पारिवारिक सदस्यों के लिए रोजग़ार ढंूढने का यत्न करेगी और इन पीडि़त परिवारों को पहले ही दी जा रही 20 हज़ार रुपए की मुआवज़ा राशि मिलनी जारी रहेगी।मुख्य मंत्री ने बताया कि पीडि़त परिवारों को मुआवज़ा राशि दिलाने के लिए वह केंद्र सरकार से बातचीत करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को इस मामले में सुषमा स्वराज को लिखा था और उनको केंद्र सरकार से सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद है।केंद्रीय मंत्री को लिखे अपने पत्र में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लिखा कि इन मृतकों में से 24 पंजाब के हैं और राज्य सरकार की तरफ से इनके परिवारों को प्रति माह 20 हज़ार रुपए सहायता राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार भी इन परिवारों की मदद के लिए आगे आती है तो वह शुक्रगुजार होंगे।