सैक्टर 28 स्थित गुरुद्वारा नानकसर के प्रमुख बाबा गुरदेव सिंह नानकसर ने आज शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल के साथ हुई विशेष मुलाकात के दौरान लोंगोवाल की तरफ से सूबे में 'एक गांव -एक गुरुद्वारा मुहिम शुरु करने की प्रशंसा करते हुए कहा कि शिरोमणी कमेटी की तरफ से इस पहल से हर एक चिंतक को जुडऩा चाहिए और पंजाब के समूह गांवों के गुरुद्वारों की प्रबंधक कमेटी इस मुहिम में पूरा सहयोग दे।आज यहां हुई मुलाकात के दौरान बाबा गुरदेव सिंह नानकसर ने गोबिंद सिंह लोंगोवाल द्वारा शिरोमणी कमेटी के अंतर्गत आते गुरुद्वारा साहिबान के उचित प्रबंधों के लिए बनाईं योजनाओं की प्रशंसा करते हुये कहा कि इस समय बड़ी ज़रूरत नौजवानों को गुरसिखी, गुरबाणी और मातृ भाषा के साथ जोडऩे की है जिसके लिए लोंगोवाल बधाई के पात्र हैं जिन्होंने कम समय में ही पंजाब में धर्म प्रचार में तेज़ी लाई है। उन्होंने भाई लोंगोवाल की तरफ से सिखी के प्रसार -प्रचार के लिए किये जा रहे प्रयासों के लिए गुरू के समक्ष कामयाबी की अरदास करते हुये कहा कि धर्म प्रचार के लिए वह भाई लोंगोवाल को हर तरह का सहयोग देते रहेंगे।
इस अवसर पर भाई लोंगोवाल ने शिरोमणी कमेटी के प्रधान के तौर पर अपना कार्यभार संभालने के उपरांत गुरसिखी के प्रचार और प्रसार को और सक्रिय करने के लिए बनाईं योजनाओं की चर्चा करते हुये कहा कि पंजाब सहित देश -विदेश में हर वर्ग को सिखी के साथ जोडऩे के लिए धर्म प्रचार लहर को और तेज किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गांवों और शहरों में जात-पात और संप्रदाय के नाम पर अलग-अलग गुरुद्वारा साहिब नहीं बनाने चाहिए कयोंकि गुरू साहिबान ने ख़ालसा की स्थापना करके सिखों के बीच में से जात-पात का भेदभाव सदा के लिए ख़त्म करते हुये एक ही कौम की सृजना की है। भाई लोंगोवाल ने कहा कि इसी उद्धेश्य को मुख्य रखते हुये शिरोमणी कमेटी ने हर गांव में 'एक गांव-एक गुरुद्वारा की स्थापना पर ज़ोर दिया है। उन्होंने समूह सिखों सहित गांवों-शहरों की समूह स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों को ख़ुद आगे आकर इस लहर को कामयाब करने के लिए कहा है।इस अवसर पर उनके साथ इंटरनेशनल सिख मार्शल आर्ट अकैडमी के चेयरमैन हरजीत सिंह गरेवाल स्टेट एवार्डी और गतका एसोसिएशन पंजाब के संयुक्त सचिव चितमनजीत सिंह भी उपस्थित थे।