पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज अरविंद केजरीवाल द्वारा अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगे जाने को हास्यप्रद बताते हुये खारिज किया जो ना केवल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक की राजनीतिक अनुभवहीनता को दर्शाता है बल्कि 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले उसके विरूद्ध बदनामी के केसों के भार को कम करने का एक निराशाजनक प्रयास भी प्रतीत होता है। आज यहां नेटवर्क 18 और टी वी 18 के राइजिंग इंडिया शिखरवार्ता के दौरान पत्रिकारिता क्षेत्र की जानी-मानी हस्ती वीर सांघवी से वार्तालाप करते हुये मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुये कहा कि केजरीवाल हमेशा 'यहां-वहां कूदता रहता हैÓ। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ''मैं नही जानता कि वह ऐसा क्यों करता है लेकि न अनुभव की कमी के बावजूद एक मुख्यमंत्री को ऐसा करना शोभा नही देता।अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोई भी सरकार अकेले कार्य नही कर सकती किंतु केजरीवाल ने खुद को पूर्णता अलग-थलग कर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने सभी राज्यों में अपना आधार पूर्णतया गंवा दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि संभवता केजरीवाल ने अगले वर्ष होने वाले आम चुनावों की तैयारी करने के लिए नशों के दोषों संबंधी मजीठिया से माफी मांगी है पर बदले हुये हालात उसके लिये और भी बुरे साबित होंगे। पंजाब में आप के भविष्य संबंधी मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पार्टी के विधायक पूरी तरह निराशा के आलम में हैं और वह अपने भविष्य को बचाने के लिए बदलाव की ताक में हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पिछले कुछ समय में आप पार्टी का ग्राफ काफी नीचे चला गया है और पार्टी के विधायक अपनी लीडरशिप से खफ़़ा हैं। लोगों की मनोदशा में आई तबदीली का जिक्र करते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उम्मीद जताई कि केंद्र में अगली सरकार कांग्रेस की बनेगी और यह सरकार या तो कांग्रेस पार्टी की सरकार होगी या समान विचारधारा वाली पार्टियों की साझा सरकार होगी। त्रिपुरा के नतीजों और इसके बाद में उत्तर प्रदेश और बिहार में उपचुनावों के नतीजों के बाद कांग्रेस के मूड संबंधी पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी राजनैतिक पार्टियों में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि बेशक इस समय कांग्रेस बहुत ज़्यादा मज़बूत स्थिति में नहीं है परंतु इसका यह मतलब नहीं कि वह सदा इसी तरह रहेगी। उन्हों ने भरोसे के साथ कहा कि साल 2019 के मतदान में बदलाव होगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि लोकसभा मतदान से एक वर्ष पहले तेलगु देसम पार्टी की तरफ से एन.डी.ए. के साथ गठबंधन तोडऩा सत्ताधारी गठजोड में पैदा हुई असंतुष्टि को दिखाने के साथ-साथ देश में लोगों में पनप रहे गुस्से को ज़ाहिर करता है और देश इस समय यू.पी.ए. को विकल्प के तौर पर देख रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में नगर निगमों और कौंसिलों के चुनावों में भी कांग्रेस ने अपना विजयी सफऱ जारी रखा हुआ है जो राष्ट्रीय स्तर पर लोगों में बदलाव की धारणा का ज़ोरदार ढंग से जवाब देता है और सूबे में लोकसभा मतदान से पहले पार्टी की मज़बूती देखी जा सकेगी। बीते समय में कांग्रेस पार्टी की तरफ से अच्छी कारगुज़ारी न दिखा सक ने को मानते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसी भी सरकार से लोगों की आशाएं ऊंची होती हैं और यदि भाजपा इन उम्मीदों पर खरा उतरने से नाकाम रहती है तो लोग किसी अन्य पार्टी को वोट देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुल्क की 75 प्रतिशत आबादी इस समय पर 35 साल की उम्र से कम नौजवानों पर आधारित है और किसी भी सरकार की तरफ से इन नौजवानों की सपनों और उम्मीदों को पूरा करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में उनकी सरकार ने इस दिशा में बहुत यत्न किये हैं और उनका मुख्य लक्ष्य सूबे के 90 लाख बेरोजग़ार नौजवानों को नौकरियां मुहैया करवाना है। पंजाब में रोजग़ार मेलों की सफलता का जिक्र करते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र में कोई भी सरकार हो, उसकी तरफ से नौजवानों के साथ जुडऩे के लिए ऐसे उद्यम किये जाने की ज़रूरत है। राहुल गांधी के भारत के संभावी प्रधानमंत्री संबंधी कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह इसकी पूरी संभावना देखते हैं और राहुल गांधी एक अच्छा प्रधानमंत्री सिद्ध होगा। मुख्य मंत्री ने राहुल गांधी की एक राजनैतिक नेता के तौर पर सूझ बूझ की प्रशंसा की जिसकी मिसाल राहुल गांधी की तरफ से अमेरिका और भारत में उसकी शानदार कारगुज़ारी से देखी जा सकती है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासम्मेलन के दौरान जोशमयी और प्रभावी सभा भी इस बात का स्पष्ट संदेश देती है कि लोग अब राहुल गांधी की तरफ देख रहे हैं । उन्होंने राहुल गांधी की लीडरशिप के प्रति पार्टी सदस्यों के समर्थन में किसी तरह की खुशामदी को रद्द कर दिया। पंजाब में नशों की बुराई संबंधी पूछे सवाल के जवाब में विशेष टॉस्क फोर्स की तरफ से कार्यवाही को बड़ी सफलता बताते हुये मुख्य मंत्री ने नशा तस्करों की गिरफतारियों और जब्त किये नशों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नशों का धंधा करने वाली कुछ बड़ी मछलियां यहां से भाग गई हैं परंतु हम उनको भी पकड़ कर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि विशेष टास्क फोर्स की कार्यवाहियों के साथ नशों के सौदागरों और तस्करों पर बहुत दबाव बना है। उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर स्थिति में बहुत सुधार हुआ है और सूबे में नशे की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं जो नशे की कमी के कारण हुआ है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने देश में कृषि संकट संबंधी कहा कि चाहे पंजाब में खेती खुदकुशियां घटी हैं परंतु स्थिति अभी भी भयानक है। मुख्यमंत्री जिन्होंने इस सम्मेलन से पहले कांग्रेस के महांसम्मेलन में किसानों संबंधी एक प्रस्ताव पेश किया था, ने किसान भाईचारे की मौजूदा स्थिति संबंधी कई कारणों का जिक्र किया । उन्होंने कहा कि कृषि ग़ैर-लाभ वाला व्यवसाय बन गया है और पंजाब में छोटे किसान बहुसंख्यक है जिनके लिए जीवन निर्वाह करना भी संभव नहीं है। केंद्र सरकार की तरफ से न्यूनतम समर्थन मूल्य देने में नाकाम रहने, दरियाओं में पानी कम होने और भू-जल का स्तर नीचे गिरने का जिक्र करते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि छोटे किसान ट्यूबवैल लगाने में भी समर्थ नहीं हैं और पंजाब गंभीर संकट से जूझ रहा है जिससे उनको पराली जलाने वाले किसानों पर कार्यवाही करने के अवसर पर शर्म महसूस हुई। उन्होंने यह माना कि दिल्ली में फैलते प्रदूशण में पंजाब का भी रोल है परंतु उन्होंने साथ ही सपष्ट किया कि यह समस्या पंजाब से शुरू नहीं होती, इसकी जड़ पाकिस्तान में है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा किसानों को धान की पराली के रख-रखाव के लिए प्रति एकड़ 100 रुपए न देने की कड़ी अलोचना की। भूतपूर्व सैनिक और सैन्य इतिहासकार के नाते कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रक्षा क्षेत्र के लिए उपयुक्त बजट न रखने की कड़े शब्दों में अलोचना की 1योंकि बजट के सही वितरण न होने के कारण ही सेना के तीनों विंगों के लिए साजो समान की खरीद के लिए एकतरफा योजनाबंदी करनी पड़ती है। उन्होंने इसलिए कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा के नेतृत्व वाली एन.डी.ए. सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुये कहा कि सीमापार की चुनौतियों से निपटने के लिए रक्षा सेवाओं को लैस करने के लिए किसी ने भी उचित फंड मुहैया नहीं करवाए। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि एक सैनिक द्वारा अच्छे हथियार के बिना दुशमन से मुकाबला लेने की आशा कैसे रखी जा सकती है। दूसरी पारी खेलने की संभावना संबंधी पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की स्थिति उनके अनुमान की अपेक्षा से भी अधिक गंभीर है और यदि उनकी सरकार अपनी इस पारी के दौरान पंजाब को फिर पैरों पर खड़ा करने में नाकाम रहती है तो वह दोबारा फिर चुनाव लड़ेंगे।