पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और ब्रिटिश हाई कमिशनर डोमनिक अस्कियूथ ने गुरूवार को यहां राज्य में औद्योगिक आधुनिकीकरण, कौशन विकास, फूड प्रोसेसिंग और कोल्ड चेन सुविधाओं में सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने पंजाब से यू.के. में अवैध आवास को रोकने और नजऱ रखने संबंधी भी विचार-विमर्श किया।इस बैठक के बाद सरकारी प्रतिनिधि ने बताया कि मुख्यमंत्री और हाई कमिश्नर ने अवैध आवास के द्वारा भोले-भाले लोगों की लूट करने वाले ट्रैवल एजेंटों पर नकेल डालने के लिए कदम उठाने की ज़रूरत पर सहमति व्यक्त की।इस बातचीत का एजेंडा औद्योगिक आधुनिकीकरण था, जिससे राज्य में औद्योगिक विकास को उत्साहित करने के लिए रोबोटिकस और आरटीफीशल इंटेलिजेंस का प्रयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने इस पर मिलकर काम करने के लिए सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने पंजाब में नयी औद्योगिक नीति के बाद विशाल निवेश संभावनाओं के पैदा होने का जि़क्र किया।कौशल विकास क्षेत्र में सहयोग के लिए उत्साहित मुख्यमंत्री ने बताया कि यह उनकी सरकार की अहम प्राथमिता है। उन्होंने हाई कमिश्नर को बताया कि स्किल्ज़ यूनिवर्सिटी स्थापित करने के अलावा सरकार द्वारा आई.टी.आईज में शाम को कौशल विकास क्लासों शुरू करने संबंधी प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में शिक्षा प्रणाली संख्यात्मक और गुणात्मक पक्षों से पिछड़ी हुई है और नौजवानों को रोजग़ार मुहैया कराने के लिए कौशल विकास अहम विकल्प के तौर पर उभरा है।प्रतिनिधि ने बताया कि इस मीटिंग के दौरान कोल्ड चेन सहूलतों के विकास में प्रदूषण मुक्त ऊर्जा के अलावा पेट्रोल और डीज़ल वाहनों के स्थान पर बिजली वाहनों को उत्साहित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।मुख्यमंत्री और हाई कमिशनर ने कृषि और फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में और अधिक सहयोग के लिए सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने पंजाब के किसानों की हालत पर चिंता ज़ाहिर करते हुए यू.के. से निवेश के लिए समर्थन माँगा जिससे नयी तकनीकों और सहूलतों के साथ उनकी आय के साधन बढ़ाए जा सकें।