आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल परिवार की ओर से चलाए जा रहे ट्रांसपोर्ट कारोबार को राज्य के सरकारी और निजी बस आपरेटरों के लिए 'शार्क मछली' बताते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार को घेरा है।'आप' द्वारा जारी संयुक्त प्रैस बयान में पार्टी के प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान, विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खहरा, उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूंके और सूबा सह प्रधान और विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि 'शार्क मछली' का रूप धारण कर चुकी बादल परिवार की ट्रांसपोर्ट कंपनियों की ओर से अकाली -भाजपा सरकार के समय की गई मनमानीयां समझ में आती है, परंतु कैप्टन अमरिन्दर सिंह की कांग्रेस सरकार दौरान भी बादल परिवार का ट्रांसपोर्ट कारोबार उसी 'स्टाइल और स्पीड' के साथ कैसे बढ़ता जा रहा है? इसने कैप्टन सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, जिनका जवाब न केवल मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह बल्कि कांग्रेस के हर छोटे -बड़े नेता को लोगों की कचहरी में देना पड़ेगा, क्योंकि सूबे में बस सेवा में किसी एक परिवार का एकाधिकार लोगों का आर्थिक शोषण भी करता है।'आप' नेताओं ने कहा कि कैप्टन सरकार दौरान एक बड़े कांग्रेसी नेता समेत अन्य छोटे मोटे निजी ट्रांसपोर्टरों के बादल परिवार की कंपनियों की तरफ से बड़ी संख्या में बसें समेत रूट पर्मिट खरीदे जाने का रुझान निजी बस मालिकों, चालकों -कंडकटरों, ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में अपना भविष्य तलाश रहे हजारों बेरुजगारों और आम लोगों को बेहद चिंतित और निराश करने वाला रुझान है।
'आप' नेताओं ने कहा कि 10 वर्ष के राज दौरान पंजाब और पंजाब की जनता को कंगाली की कागार पर खडा कर खुद हैरानी जनक आर्थिक तरक्कियां करने वाले बादल परिवार की कारोबारी काबलियत को बिना शक दाद देनी बनती है, परंतु बादल परिवार ने ऐसी काबलीयत का पंजाब के किसानों-मजदूरों बेरुजगारों और आम लोगों के लिए कभी इस्तेमाल नहीं किया। इसी कारण लोगों ने सजा देते हुए मुख्य विरोधी पक्ष की जिम्मेदारी नहीं सौंपी।'आप' नेताओं ने साथ ही कहा कि श्री गुटका साहिब हाथ में पकड़ कर पंजाब की जनता के साथ नशा तस्करों और माफिया राज को खत्म करने के वायदे करने वाले कैप्टन अमरिन्दर सिंह की एक वर्षिय कारगुजारी ओर भी निराश करने वाली है।'आप' नेताओं ने कहा कि जो कांग्रेसी मुख्य मंत्री कांग्रेस की सरकारों में अपने कांग्रेसी नेताओं की बसें नहीं बचा सकता उस मुख्य मंत्री के पास से बाकी छोटे -बड़े निजी बस, आपरेटर क्या उम्मीद कर सकते हैं।'आप' नेताओं ने चुटकी लेते हुए कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के बादल परिवार प्रति ऐसे मेहरबानी भरे रवैये के चलते वह दिन दूर नहीं, जब बादल परिवार की यह 'बेकाबू शार्क मछली' एक दिन पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी को भी निगल जाएगी।'आप' नेताओं ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से इस मामले का तुरंत नोटिस लेने की मांग करते हुए जहां बस रूटों सम्बन्धित अदालत के पिछले हुक्मों को लागू करने के लिए कैप्टन सरकार पर कानून दबाव बढ़ाने की मांग की, वहीं बादल सरकार के 10 साला समेत अब तक जारी हुए नये बस परमिटों और रूट बढ़ाने के लिए नियम-कानून की समूची उलंघन की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की।