Tuesday, 23 April 2024

 

 

खास खबरें डिश टीवी द्वारा 'डिशटीवी स्मार्ट प्लस ' सर्विसेज' के साथ मनोरंजन इंडस्ट्री में आई क्रांति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के लिए जो किया है वो किसी ने नहीं किया होगा - अनिल विज एचपीएनएलयू, शिमला ने पृथ्वी दिवस 2024 के अवसर पर "प्लास्टिक रीसाइक्लिंग और ग्रीन शेड्स का अनावरण" विषय पर इंट्रा-यूनिवर्सिटी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन पर मनीष तिवारी की टिप्पणी,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दिया जवाब भाजपा महामंत्री तरुण चुग से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने की शिष्टाचार भेंट पंजाब की विरासत की झलक दर्शाता आदर्श पोलिंग बूथ बना आकर्षण का केंद्र मतदाता जागरूकता के लिए घर-घर तक पहुंचेगा थीम सॉंग राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने परवाणु में जल जनित रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण संबंधी उपायों की समीक्षा की एलपीयू के इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को इसरो समर्थित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में टॉप स्पेस इन्नोवेटरज़ के रूप में चुना भारी मतों के अंतर से जीतेंगे एन.के.शर्मा:जोनी कोहली मानव को एकत्व के सूत्र में बांधता - मानव एकता दिवस शास्त्री मार्केट में कारोबारियों से मिलने पहुंचे गुरजीत सिंह औजला 'आप' समर्थकों ने IPL मैच में किया अनोखा प्रदर्शन, अरविंद केजरीवाल की फोटो वाली टी-शर्ट पहन लगाए नारे, मैं भी केजरीवाल फरीदकोट और खडूर साहिब में 'आप' को मिली मज़बूती, अकाली दल, कांग्रेस और भाजपा को लगा बड़ा झटका! बासरके भैणी से अकाली दल को झटका सरकार उठाएगी पीड़ित बिटिया के इलाज का पूरा खर्च : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लोकतंत्र के महापर्व में बढ़चढ़ कर मतदान करे युवा - मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल समय पर सेवा न देने पर जूनियर इंजीनियर पर 20 हजार रूपए का लगाया जुर्माना ''इंजीनियरिंग जल्द ही क्वांटम होने जा रही है'' : प्रो. अरविंद, वीसी, पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला दीपक बांसल डकाला अपने साथियों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल इनेलो ने लोकसभा चुनावों के लिए फरीदाबाद, सोनीपत और सिरसा के उम्मीदवार किए घोषित

 

गेहूं उत्पादन डेढ़ फीसदी कम, रकबा चार फीसदी घटा

Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

नई दिल्ली , 28 Feb 2018

देश में इस साल गेहूं का रकब पिछले साल के मुकाबले करीब चार फीसदी कम है लेकिन सरकार के मुताबिक उत्पादन में महज डेढ़ फीसदी की कमी आएगी। वहीं, फ्लोर मिलों के संगठन व कारोबारी सरकार के अनुमान से सहमत नहीं हैं। उनको लगता है कि गेहूं का उत्पादन इस साल और घट सकता है। कृषि वैज्ञानिक मानते हैं कि इस साल गेहूं की फसल के लिए मौसम अनुकूल रहा है इसलिए अच्छी उपज हो सकती है। मगर, आगे की मौसमी दशाओं पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। केंद्रीय कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) के लिए मंगलवार को जारी फसलों के अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक, इस साल देश में गेहूं का उत्पादन 9.71 करोड़ टन हो सकता है, जो पिछले साल के 9.85 करोड़ टन से 1.4 फीसदी कम है। गौरतलब है कि पिछले साल देश में गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ था। मंत्रालय की ओर से मौजूदा रबी सीजन में नौ फरवरी 2018 तक के अंतिम बुवाई आंकड़ों के अनुसार, देशभर में गेहूं का रकबा 3.04 करोड़ हेक्टेयर था, जो पिछले वर्ष का रकबा 3.17 करोड़ हेक्टेयर से 4.27 फीसदी कम है। लिहाजा, पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं का उत्पादन कम रहने का अनुमान है।रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की सेक्रेटरी वीणा शर्मा के मुताबिक, गेहूं का उत्पादन इस साल पिछले सीजन के मुकाबले काफी घट सकता है। उन्होंने कहा, "रकबा कम होने से उत्पादन में कमी आना स्वाभाविक है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में तापमान में जो बढ़ोतरी हुई उससे उपज घट सकती है।" भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) में प्रिंसिपल साइंटिस्ट शिवधर मिश्रा ने कहा कि गेहूं उत्पादन के सरकारी अनुमान को लेकर ज्यादा हैरानी की बात नहीं है क्योंकि इस साल मौसम रबी फसलों के लिए अनुकूल रहा है। 

उन्होंने कहा, "खेतों में खड़ी गेहूं की फसल के लिए अभी दिन के तापमान में बढ़ोतरी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन रात का तापमान अगर 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है तो पैदावार पर फर्क पड़ना तय है।" मिश्रा ने बताया कि पिछले दिनों तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई थी लेकिन अब फिर मौसम अनुकूल है। शिवधर मिश्र ने कहा कि मौसम अनुकूल रहने के बावजूद गेहूं का रकबा क्यों घटा यह अध्ययन का विषय होगा, लेकिन उत्पादन को लेकर सही आंकड़ा तब मिलेगा जब फसल तैयार होकर घर पहुंच जाएगी। उधर, मध्य प्रदेश स्थित उज्जैन के गेहूं कारोबारी संदीप सारडा ने बताया कि प्रदेश में इस साल गेहूं की फसल काफी कम है और किसानों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, पिछले साल प्रति हेक्टयर उत्पादन ज्यादा था। इस लिहाज से भी उत्पादन में कमी आ सकती है। हालांकि कृषि वैज्ञानिक कहते हैं कि प्रति हेक्टेयर उत्पादन को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसकी गणना फसल आने के बाद ही होगी। अभी सिर्फ मध्यप्रदेश और गुजरात के ही कुछ इलाकों में नई फसल तैयार हुई। देशभर में गेहूं की फसल मार्च-अप्रैल में तैयार होती है।विपणन वर्ष 2018-19 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य (एमएसपी)1,735 रुपये प्रति क्विं टल तय किया है। पिछले सीजन में गेहूं का एमएसपी 1,625 रुपये था और भारतीय खाद्य निगम व राज्यों की एजेंसियों ने केंद्रीय पूल के लिए 3.08 करोड़ टन गेहूं की खरीद की थी। इस साल मध्यप्रदेश सरकार ने गेहूं के लिए किसानों को एमएसपी पर 200 रुपये बोनस देने की घोषणा की है। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय बाजार से गेहूं का आयात रोकने के लिए सरकार गेहूं पर आयात शुल्क बढ़ाने पर विचार कर रही है। इस समय गेहूं पर आयात शुल्क 20 फीसदी है। 

 

Tags: KHAS KHABAR

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD