कृषि मंत्री गुलाम नबी लोन हंजूरा ने आज कहा कि कृषि उत्पादन और उत्पादकता देश के सम्पूर्ण आर्थिक विकास हेतु काफी योगदान देते हैं और यह कृषि क्षेत्र के आगे के विकास पर अधिक बल देने हेतु उपयुक्त होंगे।मंत्री ने यह बात इंडियन इकनामिक एसोसिएशन के सहयोग से श्री माता वैश्णो देवी विश्वविद्यालय ,स्कूल आफ इक्नामिक्स द्वारा आयोजित ‘आर्थिक विकास एवं संरचनात्मक परिवर्तन’ के विषय पर 2 दिवसीय अंतर्राश्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान कही।एसएमवीडीयू के उपकुलपति प्रो. संजीव जैन, इंडियन इकनामिक एसोसिएशन के सचिव तथा कोषाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ठाकुर, संयुक्त सचिव डॉ. देवेन्द्र अवस्थी, गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित थे।जनसभा को सम्बोधित करते हुए मंत्री ने राज्य के साथ साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र की भूमिका बताई। उन्होंने 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुणी करने के सरकार के लक्ष्य पर भी रोशनी डाली।मंत्री ने बल देते हुए कहा कि कृषि के नये तरीकों पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।उन्होंने कहा कि सरकार ने फसलों के उत्पादन, उत्पादकता में बढ़ोतरी लाने हेतु नीति पर बल देने के साथ साथ कृषि तथा उससे जुडे विकास हेतु विभिन्न कदम उठाये हैं जिससे किसान बाजार के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं।मंत्री ने बताया कि कृषि के विकास तथा किसानों को मौसम की कठिनाईयों से बचाने के लिए इस वर्ष राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी शुरू की गई है।उन्होंने कहा कि सरकार सही समय पर राश्ट्रीय स्तर पर मांग को पूरा करने हेतु कृषि तथा सम्बंधित क्षेत्रों में उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शीत श्रंखला ढांचा स्थापित करेगी।उन्होंने बताया कि सरकार ने जैव कृषि के उत्पादन में बढ़ोतरी लाने हेतु लेह और कारगिल में जैविक सब्जी उत्पादकों को समर्थन दिया है।