आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रवक्ता और कोटकपूरा से विधायक कुलतार सिंह संधवा ने पंजाब सरकार से मांग की है कि समाज कल्याण योजनाओं के अधीन मिलने वाली पैनशनें लाभपात्रियों के बैंक खाते 'जीरो बैलेंंस' श्रेणियों अधीन लाई जाएं।'आप' द्वारा जारी बयान में कुलतार सिंह संधवा ने बताया कि उन्होंने इस सम्बन्धित मुख्य मंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह को पत्र के द्वारा अपील की है और सरकार की अलग-अलग सामाजिक सुरक्षा अधीन बुढापा, अपंग, विधवा, बेसहारा पैंशन और नरेगा / मनरेगा समेत अन्य कल्याणकारी स्कीमों के वित्तीय लाभ लेने के लिए एक बड़ी कठिनाई पेश आ रही है, जिस कारण न केवल वित्तीय हानि हो रही है बल्कि गैर-जरूरी परेशानियां भी बर्दाश्त करनीं पड़ रही हैं।संधवा ने बताया कि इन जरूरतमंदों और गरीब लाभपात्रियों को यह लाभ लेने के लिए निर्धारित बैंकों में जो खाते खुलवाने पड़ते हैं, वह 'जीरे बैलेंस' श्रेणी या जन-धन स्कीम अधीन होने चाहिएं।
'आप' विधायक ने कोटकपूरा की ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स और भारतीय स्टेट बैंकों के हवाले के साथ बताया कि बैंकों की तरफ से ऐसे गरीब खाता धारकों से कम से कम बैलंस न रखने के बहाने से इन के खातों से जुर्माने के तौर पर राशि की कटौती की जा रही है। इन खाता धारकों को डरा कर या गुमराह कर खातों में कम से कम बैलेंस के लिए अपेक्षित राशि जमा करवाने का दबाव डाला जा रहा है, जो कि पंजाब के लाखों जरूरतमंद और गरीब लाभपात्रियों के साथ धक्का है, क्योंकि यह लाभपात्री वित्तीय तौर पर ऐसी शर्त पूरी करने से पूरी तरह असमर्थ हैं।संधवा ने मांग की है कि इस धक्केशाही को तुरंत रोका जाए और आरोपी बैंकों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। पंजाब के जिन भी बैंकों ने इन खाता धारकों के पैसे पिछले समय दौरान कम से कम बैलेंस रखने की शर्त तले काटे गए हैं। वह एक महीने के अंदर-अंदर वापस करवाए जाएं।