तर्कशील सोसाइटी ने एक ढोंगी बाबे से तीन साल बाद 25000 रूपये वापिस करवाए हैं जो उसने एक व्यक्ति से उसके बेटे का शर्तिया इलाज करने के नाम पर ठगे थे। वैसे यह सौदा 45000 में तय हुआ था मगर लड़के के बाप ने पहले सिर्फ 25000 ही दिए थे और बाकी के पैसे काम होने के बाद देने थे। ढोंगी बाबा ने काम ना होने पर दुगनी रकम वापिस करने का भी वादा किया था। कहानी यह है कि बलवंत सिंह (बदला हुआ नाम) गांव मुल्लांपुर गरीबदास में साईकलों की दूकान चलाता है। कुछ साल पहले उसके बेटे की दोनों टांगों ने काम करना बंद कर दिया। पी.जी.आई. से इलाज चल रहा था तो किसी ने जिला होशियारपुर के माहिलपुर के एक बाबे के बारे में बताया। तीन साल पहले रणधीर सिंह के संपर्क करने के बाद बाबा उनके घर आया और घर पर किसी दुयारा कुछ किया कराया होने की बात कही। उसने लड़के की टंगे ठीक करने का शर्तिया इलाज करने का दावा किया और ठीक न होने पर पैसे डबल देने का वादा किया। बलवंत सिंह ढोंगी बाबे के झांसे में आ गया। सौदा 45000 में तय हुआ और 25000 पहले देने की सहमति भी हुयी। इसके बाद जब बलवंत सिंह के बेटे को कोई फर्क नहीं पड़ा तो उसने बाबे से बात की। बाबे ने भी टालमटोल करनी शुरू कर दी। इसके बाद बलवंत सिंह का संपर्क तर्कशील सोसाइटी पंजाब की यूनिट मोहाली के मेंबर गोरा होशियारपुरी से हुआ। गोरा होशियारपुरी ने ढोंगी बाबे से फ़ोन पर बात की और पैसे वापिस करने या फिर कानूनी करवाई के लिए त्यार रहने को कहा। इसके बाद ढोंगी बाबे ने रणधीर सिंह के खाते में 25000 रूपये डाल दिए। बलवंत सिंह ने आज तर्कशील सोसाइटी की यूनिट मोहाली की मीटिंग में सोसाइटी का धन्यवाद किया।
किसी के पास नहीं है कोई शक्ति- तर्कशील
तर्कशील सोसाइटी के नेताओं जरनैल क्रांति, लेक्चरर सुरजीत सिंह, जसवंत ने कहा के किसी बाबा के पास कोई शक्ति नहीं है जो लोगों के बिगड़े काम ठीक कर सके। उन्होंने लोगों को बाबाओं, तांत्रिकों और ज्योतषियों के चुंगुल में न फसने की सलाह दी। तर्कशील यूनिट ने बलवंत सिंह को ज्ञान-विज्ञानं से सम्बंधित किताबें भी पढ़ने को दीं।