पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज दशम पातशाह श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के अवसर पर पवित्र तख्त श्री हरिमंदर जी, पटना साहिब में नतमस्तक हुये। मुख्यमंत्री एयरपोर्ट से सीधे गुरूद्वारा साहिब गये जहां पवित्र स्थल पर नतमस्तक होने से पहले पटना साहिब गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उनका स्वागत किया।श्री गुरु गंरथ साहब जी की पवित्र हज़ूरी में तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह ने मुख्य मंत्री को बधाई दी तथा 'सिरोपाÓ और 'श्री साहिब भेंट करके कैप्टन अमरिंदर सिंह का सम्मान किया। मुख्यमंत्री को सम्मान के तौर पर शाल भी भेंट किया गया। पवित्र स्थान के दर्शन करने पर ख़ुशी व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री ने 'बोले सो निहालÓ और 'वाहेगुरू जी का खालसा, वाहेगुरू जी की फ़तह के जयकारों के दौरान श्रद्धा और सत्कार भेंट करते हुये अकाल पुरख से बखशीशें मांगीं।गुरुद्वारा साहिब में उपस्थित संतों-महापुरुषों ने मुख्यमंत्री को गुरू गोबिन्द सिंह जी के महान जीवन की कुछ घटनाओं संबंधी भी बताया जो श्री पटना साहिब के महत्व को दर्शाते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को श्री गुरु गोबिन्द सिंह द्वारा इस्तेमाल किये जाते विलक्षण 'शस्त्रों के भी दर्शन करवाए।मीडिया से संक्षिप्त बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको दूसरी बार इस पवित्र स्थान के दर्शन करके बहुत ख़ुशी हुई है। उनको इसी वर्ष जनवरी में भी इस स्थान पर नतमस्तक होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू साहिब जी का 350वां प्रकाश दिवस होने के कारण उनके जीवनकाल के ये दुर्लभ पल हैं क्योंकि दशम पिता के 400वें प्रकाश पर्व के अवसर पर वह गुरू साहिब जी के पवित्र जन्म स्थान के दर्शन करने के लिए इस संसार में नहीं होंगे।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस पवित्र दिवस के अवसर पर पटना साहिब के दर्शनों के लिए दुनिया भर से संगत पहुंची हुई है। उन्होंने कहा कि पंजाब से भी तीन रेल गाड़ीयां संगत को लेकर कल यहां पहुँच जाएंगी और संगत 24 दिसंबर को गुरू साहिब जी के प्रकाश दिवस के अवसर पर करवाए जा रहे समागमों का हिस्सा बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ख़ुद भी इस दिवस पर श्री आनंदपुर साहिब में करवाए जा रहे समागमों में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिखों के दशम पिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व को बड़े स्तर पर मनाने के लिए यहां की सरकार द्वारा किये गए प्रबंधों से वह बहुत प्रभावित हुए हैं।धार्मिक समागमों के अवसर पर राजनीतिक कान्फ्रेंसें करने संबंधी पूछे एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि फतेहगढ़ साहिब में शहीदी जोड़ मेले के अवसर पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपनी -अपनी कान्फ्रेंसे रद्द करने के फ़ैसले का वह स्वागत करते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस पवित्र अवसर पर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबज़ादे और माता गुजरी जी की अतुल्य शहादत को याद किया जाना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है जबकि राजनीतिक सरगर्मियों के लिए और बहुत से अवसर तथा स्थान होते हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बाईपास रोड पर स्थित 'टैंट सीटीÓ का भी दौरा किया जहां पटना साहिब पहुंचने वाली संगत के लिए रहने का बंदोबस्त किया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 'टैंट सीटी Ó में संगत और पंगत के साथ लंगर भी छका।मुख्यमंत्री के साथ उनके दोहते निरवान सिंह, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, मुख्यमंत्री के सलाहकार भरत इन्द्र सिंह चाहल, विधायक राणा गुरमीत सिंह सोढी और पूर्व विधायक और पार्टी के सीनियर नेता केवल सिंह ढिल्लों भी इस मौके पर उपस्थित थे।