पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ख़ैबर -पख़तूनखवा राज्य में सिखों के इस्लाम धर्म में जबरन परिवर्तन का मामला पाकिस्तान अथॉरटी के पास उठाने की अपील की है। ख़ैबर -पख़तूनखवा राज्य के हंगू जि़ले में सिख भाईचारे द्वारा ऐसे जबरन धर्म परिवर्तन संबंधी की शिकायत की सामने आई रिपोर्टों पर चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में सिखों के हितों की सुरक्षा को यकीनी बनाना भारत सरकार का फज़ऱ् बनता है। सिख भाईचारा जो इस इलाको में एक शताब्दी से भी अधिक समय से रह रहा है, ने जिले के डिप्टी कमिशनर को इस सम्बन्ध में आधिकारिक तौर पर शिकायत भी की है जिस का जि़क्र करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह बहुत गंभीर मसला है, विशेषकर उस समय पर जब एक सरकारी अधिकारी की तरफ से ही जबरन परिवर्तन करवाने की कथित कार्यवाही का नेतृत्व किया जा रहा हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में हस्तक्षेप करना भारत सरकार का जि़म्मेदारी बनती है और ऐसी बुरी प्रवृत्ति के ख़ात्मे को यकीनी बनाया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा, 'जहां-जहां भी सिख रह रहे हैं, उनकी पहचान की रक्षा करना हमारा फज़ऱ् बनता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्रीय विदेशी मामलों के मंत्रालय द्वारा इस्लामाबाद में उच्च स्तर पर इस मामले की पैरवी की जाये जिससे इस 'धार्मिक जबरÓ का तत्काल अंत किया जा सके। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता हरेक मानव का अधिकार है और मानवता के बड़े हित में हरेक देश द्वारा इसकी रक्षा की जानी चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मसले में सुषमा स्वराज का हस्तक्षेप पाकिस्तान में रह रहे सिख भाईचारे के बुनियादी अधिकार की सुरक्षा करने में सहायक होगा।