पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कांग्रेस सरकार के 9 माह के शासनकाल संबंधी राजनीति से प्रेरित बयान देने के लिए भाजपा के राज्य अध्यक्ष विजय सांपला की कड़ी आलोचना करते हुये कहा कि उनकी सरकार ने सिफऱ् 9 वादे नहीं बल्कि 100 से अधिक चुनावी वादे पूरे कर दिए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सांपला के उस बयान की खिल्ली उड़ाई है जिसमें भाजपा नेता ने उनको अपने 9 माह के शासनकाल के कम-से-कम 9 चुनावी वादे गिनाने की चुनौती दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि म्युनिसिपल चुनाव से एक दिन पहले जारी किये इस बयान का स्पष्ट उद्धेश्य मतदाताओं को गुमराह और प्रभावित करना था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गत् 10 वर्ष में उस समय क्या कर रही थी जब उनका अपना सहयोगी शिरोमणी अकाली दल राज्य को लूटने में लगा हुआ था और राज्य को पूरी तरह अशांति, बेरोजग़ारी, औद्योगिक और कृषि की बुरी दुर्दशा और आर्थिक कंगाली की ओर धकेल दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सांपला ने नगर कौंसिल मतदान से एक दिन पहले यह घटिया दोष लगाने का दिन क्यों चुना। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब में अपने पैर जमाने के लिए कोई न कोई ढंग ढूंढने के लिए तिलमिला रही है क्योंकि राज्य में इस पार्टी का कोई आधार नहीं है और इसका सहयोगी अकाली दल भी विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना कर चुका है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यदि सांपला यह आशा रखते हैं कि अकाली-भाजपा सरकार द्वारा 10 वर्षो में की गई राज्य की बर्बादी को कांग्रेस सरकार 10 माह में ठीक कर सकती है और वह भी उस समय जब राज्य कजऱ्े के बड़े बोझ तले दबा हो तो इससे न सिफऱ् सांपला की राजनैतिक नासमझी झलकती है बल्कि उनके शासन से पूरी तरह टूटे होने का भी पता चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात सिद्ध हो जाती है कि सांपला को इस बात का भी पता नहीं कि कैबिनेट द्वारा लिये गये फ़ैसलों पर लगाई गई मोहर या स्कीम को नोटीफाई करने का क्या मतलब होता है। उन्होंने कहा कि किसानों की कजऱ् माफी की स्कीम को नोटीफाई किया जा चुका है और आगामी 2 माह में इसका अमल शुरू हो जाएगा। इसी तरह उद्योगों के लिए 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली दर को मंत्री मंडल ने अपनी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि जब सरकार यह फ़ैसले लागू करने में व्यस्त थी तो ऐसा लगता है कि सांपला उस समय सो रहे थे।विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा किये गये अन्य मुख्य वादों का जि़क्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें से बहुत से वादों को लागू कर दिया गया है जबकि अन्यों को भी लागू करने की प्रक्रिया अमल अधीन है। नशों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने बताया कि अकाली-भाजपा सरकार के दौरान राज्य में पैदा हुई नशों की बीमारी को दूर करने वाला प्रत्येक व्यक्ति हमारी सरकार की नशा विरोधी अभियान की सफलता में सहयोगी है क्योंकि इस अभियान के कारण नशा पूरी तरह लोगों की पहुंच से दूर हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावी वादों के अनुसार रोजग़ार के अवसर पैदा किये गए हैं और घर-घर रोजग़ार योजना के अधीन 3000 सरकारी नौकरियों सहित 27000 बेरोजग़ारों को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस स्कीम को आगे ले जाने के लिए सभी जिलों में 'डिस्ट्रिक ब्यूरो आफ इम्प्लायमैंट एंड ऐंटरप्राईज़Ó की स्थापना की जा चुकी है। इससे भी आगे बढ़ते हुये 2.8 लाख नौजवानों को रोजग़ार देने के उद्धेश्य से 34 समझौतो पर हस्ताक्षर किये गए हैं और इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों और संस्थानों में 50000 लोगों की भर्ती हेतु तत्काल अमल शुरू कर दिया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगे कहा कि नौजवानों को स्मार्ट फ़ोन बांटने की योजना भी अमल अधीन है और इस मुद्दे पर सरकार विभिन्न कंपनियों से बातचीत कर रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि लोगों विशेषकर दबे-कुचले वर्गों के कल्याण के लिए शुरू किये गये कार्यक्रमों में सामाजिक सुरक्षा पैंशन 500 रुपए से बढ़ाकर 750 रुपए और आशीर्वाद स्कीम अधीन वित्तीय सहायता 15000 रुपए से बढ़ाकर 21000 रुपए की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को दिए गये अधिक अधिकारों के विषय में सांपला भूल गए हैं। उनकी सरकार ने पंचायतों और स्थानीय संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण के अधिकार देने के साथ-साथ लड़कियों के लिए निशुल्क पढ़ाई की सुविधा भी दी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि या तो सांपला को सरकार की इन पहलकदमियों संबंधी पता नहीं है या फिर वह अपनी पार्टी के राजनैतिक एजंडे से प्रेरित होकर इन प्राप्तियों को जानबूझ कर अनदेखा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा यदि अकाली-भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार द्वारा अब तक किये कार्यो का 10 प्रतिशत काम भी किया होता तो आज राज्य की स्थिति कुछ और होती। मुख्यमंत्री ने दुख प्रकट करते हुये कहा कि अपने अतीत से सबक सीखने की बजाय भारतीय जनता पार्टी राज्य के लोगों के कल्याण की कीमत पर राजनैतिक खेल खेल रही है।