इंडो ग्लोबल ग्रुप ऑफ कॉलेज में मानव अधिकार दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का उद्देश्य मानव अधिकारों के महत्व को उजागर करना था। सेमिनार हॉल इंजीनियरिंग, एमबीए और आर्केटैक्ट के छात्रों से पूरी तरह भरा हुआ था। इंडो ग्लोबल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की प्रिंसिपल डॉ.प्रोमिला कौशल के स्वागती भाषण के बाद कई छात्रों ने मानव अधिकारों पर प्रभावशाली प्रस्तुतियां पेश की। छात्रों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों ने मानव अधिकारों के उल्लंघन की विभिन्ना घटनाओं पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बताया कि जब भी कोई व्यक्ति बूरी स्थिति में होता है तो वह व्यवहार के अधीन होने के जोखिम को उठाता है और इस तरह की घटनाओं से वह अपनी व अन्य की जिंदगी खतरे में डाल लेता हैं जिससे बचने के लिए स्नोबॉल जैसी स्थिति को अपनाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हर किसी को स्वतंत्रता से जीने का अधिकार था क्योंकि हर कोई स्वतंत्र है और इसलिए उसे गरिमा के साथ जीने का अधिकार है। इस अवसर पर बोलते हुए इंडो ग्लोबल ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन सुखदेव कुमार सिंगला ने कहा कि किसी भी व्यक्ति में कोई असमानता नहीं होनी चाहिए क्योंकि सभी इंसान समान रूप से पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि सभी मनुष्यों के जन्म अधिकार समान होने चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति के साथ समानता का व्यवहार किया जाना चाहिए चाहे वह किसी भी जाति, रंग या धर्म से संबंधित हो।इंडो ग्लोबल के सीईओ मानव सिंगला ने दर्शकों को बताया कि हमारी त्वचा के रंग या धर्म या जगह के अलग होने के बावजूद हम में से हर एक पुरुष या महिला के बीच भेदभाव मानव अधिकारों की पूरी श्रृंखला के हकदार हैं। उनके अनुसार यह हर किसी को दुनिया भर में मानव अधिकारों को जानने और अपनाने की जरुरत है।