चंडीगढ़ में होने वाले पहले मिलट्री लिटरेचर फेस्टिवल की पूर्व संध्या के अवसर पर फेस्टिवल के समागमों की श्रृंखला के अंतर्गत आज करवाये गये घुडसवारी शो के दौरान घुड़सवारों के शानदार प्रर्दशन ने समय बांधा । 7 से 9 दिसंबर तक करवाए जाने वाले मिलट्री लिटरेचर फेस्टिवल का औपचारिक आग़ाज़ कल होगा परंतु आज के घुडसवारी शो ने सिटी ब्यूटीफुल के निवासियों का मनोरंजन करके आज से इस फेस्टिवल से जोड़ लिया।पंजाब सिविल सचिवालय के ग्राउंड में हुए घुडसवारी शो के दौरान जहां घुड़सवारों द्वारा करतब दिखाये जा रहे थे वहीं पंजाब पुलिस और भारतीय सेना के बैंडों द्वारा बजाईं गई मधुर और सुरीली धुनों ने माहौल में संगीतमय जोश भरा। पंजाब आ र्ड पुलिस, महाराजा रणजीत सिंह पंजाब पुलिस अकैडमी फिलौर, भारतीय सेना की आर्मी स्पलाई कार्पस और 879 एनिमल ट्रांसपोर्ट कंपनी के घुडसवार जवानों ने विभिन्न तरह के करतब दिखाए।घुड़सवारों द्वारा जंपिंग, तीहरी टैंट पैगिंग और क्रास टैंट के किए गये शो ने दर्शकों का मन मोह लिया। घुडसवारों ने ग्राउंड में रखे ड्रस, बैरियर, जाल, जिपसियों, मोटर साइकिलों और आग के गोलों में से निडर होकर पार करके दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। कई घुड़़सवारों द्वारा दौड़ते हुये धरती पर रखे रंग बिरंगे रुमाल भी उठाये गये। जोश से भरपूर घुडसवारी शो के दौरान 879 एनिमल ट्रांसपोर्ट बटालियन द्वारा हास्यपूर्ण शो भी किया गया जिसमें जोकर के करतब सबसे अधिक आकर्षक थे। इनके द्वारा कठिन पड़ाव भी पार किये गए।
घुडसवारी का सबसे कठिन इवेंट सुखमन प्रीत सिंह संधू ने तीहरी टैंट पैगिंग करके किया जब उसने घोड़े पर दौड़ते हुये दोनों हाथों और एक मुंह द्वारा पकड़े भालों से बारी-बारी तीन निशान उठाये। घुडसवारी का शो उस समय शिखर पर पहुंच गया जब घुड़सवारों में शामिल एक महिला अफ़सर लै िटनैंट ॠतिका दहिया ने अपने नेपोलियन घोड़े पर सवारी करते हुये आग के गोले को पार किया। महिला सशक्तिकरण की प्रतीक ॠतिका के इवेंट को सबसे अधिक सराहा गया।इस शो के दौरान छोटे बच्चे भी पीछे नहीं रहे। चंडीगढ़ होर्स राइडिंग सोसाईटी, पश्चिमी कमांड त्रिवेणी राइडिंग स्कूल के नौजवान सदस्यों ने भी घुडसवारी के करतब दिखाऐ। समागम के दौरान पंजाब पुलिस के ब्रास बैंड और भारतीय सेना की 6वीं डोगरा बटालियन द्वारा बजाई मधुर धुनों ने संगीतमय माहौल बनाया।समागम को संबोधित करते हुय मु यमंत्री पंजाब के वरिष्ठ सलाहकार लेफि. जनरल टी एस शेरगिल (सेवानिवृत) ने कहा कि ऐसे इवेंट को करवाने का मनोरथ ना केवल ज्ञान का प्रसार करना और मिल्ट्री का इतिहास दर्शाना है बल्कि आम लोगों को विशेषकर बच्चों को भारतीय सशस्त्र बलों की प्राप्तियों से अगवत् करवाना भी है। उन्होंने बताया कि इस समारोह में ट्राईसिटी से इर्द-गिर्द के क्षेत्रों के 1200 से अधिक बच्चे भाग लेंगे और वीर योद्धाओं को समर्पित संवाद में शामिल होंगे।इसके अतिरिक्त पैरामोटर प्रस्तुति, बैंड की मनमोहक धुनों और मोटर साईकिल डेयरडेविल टीम ने पूर्वा यास करके सुखना झील और शहर के अन्य क्षेत्रों के लोगों का दिल जीता।