भारतीय नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने शुक्रवार को पुष्टि की कि रूस से पट्टे पर ली गई परमाणु पनडुब्बी आईएनएस चक्र के सोनार गुंबद में कुछ नुकसान हुआ है। लेकिन उन्होंने पनडुब्बी पर अमेरिकी अधिकारियों के जाने की कुछ मीडिया रिपटों को खारिज कर दिया। नौसेना दिवस से पहले वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में एडमिरल लांबा ने कहा कि पनडुब्बी के सोनार गुंबद को नुकसान पहुंचा है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच का आदेश दिया गया था, जिसने पूर्वी नौसेना मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट दे दी है। नौसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि भारत व रूस से एक संयुक्त दल ने नुकसान की जांच की है। उन्होंने कहा, "पनडुब्बी रूस से पट्टे पर ली गई है। इसके सोनार गुंबद को नुकसान पहुंचा है, जिसके दो पैनल अपने स्थान पर नहीं है।"पनडुब्बी के आसपास अमेरिकी अधिकारियों के होने की रिपोर्ट को खारिज करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा, "किसी भी अमेरिकी व्यक्ति को पनडुब्बी के आसपास नहीं देखा गया है।"आईएनएस चक्र को रूस से 10 सालों के लिए 90 करोड़ डॉलर के समझौते के तहत पट्टे पर लिया गया है।